गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी ने सुनी जनता की फरियाद, दिया ये आश्वासन

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi) ने शनिवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगे जनता दरबार में 300 से अधिक फरियादियों की समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया। सीएम योगी (CM Yogi) की गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) में दिनचर्या पूरी तरह से परंपरागत रही। यह भी पढ़ें:-गोरखपुर: विजयादशमी पर सुबह …
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi) ने शनिवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगे जनता दरबार में 300 से अधिक फरियादियों की समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया। सीएम योगी (CM Yogi) की गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) में दिनचर्या पूरी तरह से परंपरागत रही।
यह भी पढ़ें:-गोरखपुर: विजयादशमी पर सुबह से भक्ति भाव में डूबा रहा गोरखनाथ मंदिर परिसर
वह पूजा-अर्चना के बाद फरियादियों के बीच पहुंचे और वहां तड़के से मौजूद लगभग 300 से अधिक फरियादियों की समस्या सुनी। उन्होंने फरियादियों की समस्या समाधान का आश्वासन (Assurance) दिया और साथ ही इस बावत अधिकारियों को निर्देश भी देते रहे। मुख्यमंत्री स्वयं चलकर हर फरियादी के पास पहुंचते और उनकी बात को सुनते रहे।इस बार भी हमेशा की तरह अधिकतर लोग पुलिस की लेटलतीफी और निष्क्रियता की कहानी सुना रहे थे। किसी ने कहा कि पुलिस उनकी सुन नहीं रही है। किसी ने पुलिस पर विरोधियों से मिलीभगत के चक्कर मे कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath ने गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के हिन्दू सेवाश्रम में आयोजित जनता दर्शन में आमजन की समस्याएं सुनीं और निस्तारण हेतु निर्देश दिए।
जनता की सुनने और समस्याएं हल करने हेतु सदैव तत्पर भाजपा सरकार#BJP4UP pic.twitter.com/xuk0CuNg1C
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) October 16, 2021
इसी बीच एक महिला से अपनी समस्या बताते हुए रोने लगी। सीएम ने उस महिला को चुप कराते हुए अधिकारियों से कहा कि मामले को गंभीरता से देखते हुए तुरंत कार्रवाई करें। लगभग तीन चौथाई मामलो में पुलिस की निष्क्रियता और कार्रवाई न करने की शिकायत सुनकर सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि थाने में आने वाली जनता की शिकायतों का त्वरित निस्तारण होना चाहिए।
टालमटोल करने वालों पर कार्रवाई की जाए। जनता दरबार में आए अधिकांश फरियादियों का आरोप था कि थाने में बार बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं होती। भू-राजस्व के मामले आने पर सीएम ने कमिश्नर से कहा कि तहसील दिवस और थाना दिवस में आने वाली सभी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए। उन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। शिकायतकर्ता को उनके मामले में की गई कार्रवाई से संतुष्ट किया जाना चाहिए।