हल्द्वानी: डीआईजी ने एसओजी और एडीटीएफ को दिया टास्क

हल्द्वानी, अमृत विचार। आईपीएल क्रिकेट मैच का नशा सटोरियों के सिर चढ़ा और इस नशे के उतारने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। सट्टा का ऑन लाइन कारोबार करने वाले इन काले कारोबारियों पर नकेल कसने की जिम्मेदारी एसओजी को सौंपी गई है। सट्टे के साथ नशा और जुआ पर लगाम लगाने को लेकर …
हल्द्वानी, अमृत विचार। आईपीएल क्रिकेट मैच का नशा सटोरियों के सिर चढ़ा और इस नशे के उतारने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। सट्टा का ऑन लाइन कारोबार करने वाले इन काले कारोबारियों पर नकेल कसने की जिम्मेदारी एसओजी को सौंपी गई है।
सट्टे के साथ नशा और जुआ पर लगाम लगाने को लेकर डीआईजी निलेश आनंद भरने ने शनिवार को एसओजी और एडीटीएफ टीम के साथ बैठक की और उन्हें टास्क सौंपा।
बैठक में डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि उन्हें इन तीनों टास्क पर रिजल्ट चाहिए। कहा, नशे का कारोबार करने वालों को चिह्नित किया जाए। फुटकर में स्मैक और चरस जैसे मादक पदार्थों की बिक्री में लगे लोगों को पकड़ें और इनसे बड़े कारोबारियों के नाम उगलवाएं।
ताकि नशे के कारोबार को जड़ से खत्म किया जा सके। इसके अलावा जुआरियों पर नजर रखी जाए। गलियों, पार्कों, खंडहर और जंगलों में चौकसी बढ़ाई जाए। जुआरी ऐसे स्थानों पर ज्यादा सक्रिय दिखाई देते हैं। जबकि आईपीएल मैच के नाम पर चल रहे सट्टे के कारोबार को लेकर उन्होंने निर्देश दिए जाए कि ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बक्शा न जाए।
मुखबिर तंत्र सक्रिय ऐसे लोगों को पता लगाएं, जो शहर में सट्टे का कारोबार चला रहे हैं। इसमें सर्विलांस की भी मदद ली जाए और हर हाल में सट्टोरियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। बता दें कि हाल के दिनों में पुलिस ने ऐसी दो कार्रवाई की। एक मामले में कार के अंदर से ही सट्टे का कारोबार चलाया जा रहा था, जबकि दूसरे मामले में बनभूलपुरा के एक घर में सट्टे के कारोबार का भंडाफोड़ किया गया। फिलहाल, डीआईजी ने तीन बिंदुओं पर दोनों ही टीम को टास्क सौंप दिया है और जल्द से जल्द रिजल्ट देने को कहा है।