लखनऊ: गौशाला में भूख से तड़प कर मर रहे बेजुबान जानवर

लखनऊ। मोहलालगंज के नगराम छेत्र में प्रदेश सरकार बेसहारा गोवंश की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। इनके आश्रय के लिए हर माह करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्था में खामी के कारण गौशाला में गोवंश तिलस-तिलस कर मर रहे हैं। सब कुछ जानते हुए जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं। विकासखंड मोहनलालगंज …
लखनऊ। मोहलालगंज के नगराम छेत्र में प्रदेश सरकार बेसहारा गोवंश की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। इनके आश्रय के लिए हर माह करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्था में खामी के कारण गौशाला में गोवंश तिलस-तिलस कर मर रहे हैं। सब कुछ जानते हुए जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।
विकासखंड मोहनलालगंज क्षेत्र के कमालपुर विचलिका गांव में बने पशु आश्रय स्थल पर बेजुबाओं की भूख से तड़प रहे है। आश्रय स्थल पर चारे का कोई खास इंतजाम नहीं था जिस कारण अधिकांश मात्रा में बेजुबान कमजोर दिखाई दिए। वहीं दो बेजुबान जानवर कड़कड़ाती धूप की गर्मी और भूख से जमीन पर गिर कर तड़प रही थीं। दोनों जिंदा थीं लेकिन एक बेजुबान की आंख से खून निकल रहा था। इससे यह जाहिर होता है की कौवों ने उसकी आंखें नोची होगी।
कमालपुर विचलिका में गोवंश स्थल के सामने से गुजर रहे एक बुजुर्ग ने गुस्से में कहा कि उन्होंने अपना नाम नहीं बताया लेकिन यह जरूर कहा कि यहां रोजाना भूंख से कई गोवंश मरते हैं। बुजुर्ग का यह गुस्सा जायज था। जब अमृत विचार की टीम स्थल के अंदर जाकर देखा वहां पर दो साइडों में बनी नांदे बिल्कुल साफ पड़ी हुई थी , उसमें न तो सूखा चारा था और न ही हरा चारा दिखाई दिया। जबकि एक कमरे में पांच छोटे बोरे में भूसा बंधा हुआ रखा था। जो सौ से अधिक गोवंशो के लिए पर्याप्त नहीं है।