बरेली: यात्रियों और चालकों को नहीं किया गया जागरूक

बरेली, अमृत विचार। परिवहन विभाग का सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत चलाया जा रहा जागरूकता अभियान परवान नहीं चढ़ पा रहा है। लोग मनमाने ढंग से गाड़ी चलाते हैं। यही नहीं, वाहन चालक यात्रियों को लटकाकर सफर कराते हैं। बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के फर्राटा भरने वालों पर लगाम नहीं लग पा रही है। …
बरेली, अमृत विचार। परिवहन विभाग का सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत चलाया जा रहा जागरूकता अभियान परवान नहीं चढ़ पा रहा है। लोग मनमाने ढंग से गाड़ी चलाते हैं। यही नहीं, वाहन चालक यात्रियों को लटकाकर सफर कराते हैं। बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के फर्राटा भरने वालों पर लगाम नहीं लग पा रही है। लोग मनमाने ढंग से गलत रूट पर बाइक दौड़ाते हैं। मंगलवार को कोरोना के प्रति चालक और यात्रियों को जागरूक करने का अभियान सिर्फ हवा हबाई साबित हुआ।
द्वितीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत मंगलवार को परिवहन निगम के अधिकारियों के सहयोग से शहर के बस स्टेशन पर कोविड-19 से बचाव व सड़क सुरक्षा संबंधी कार्यक्रम का आयोजन कर चालक परिचालकों एवं यात्रियों को जागरूक करना था। वहीं रोडवेज की तरफ से भी कोविड-19 से बचाव सड़क सुरक्षा सबंधी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन तथा चालकों का स्वास्थ परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाना था। लेकिन इसकी हकीकत बिल्कुल अलग ही नजर आई। शहर के पुराना रोडवेज बस स्टैंड पर बसों में बिना मास्क के यात्री नजर आए। वहीं यात्रियों की सहूलियत के लिए बनाई गई कोविड हेल्प डेस्क से भी कर्मचारी नदारद दिखे।
52 चालकों में 15 की नजर निकली कम
मंगलवार को द्वित्तीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत सेटेलाइट बस स्टैंड पर सड़क सुरक्षा संबंधी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत चालकों और परिचालकों को जागरूक किया गया। निशुल्क नेत्र परीक्षण का कैंप लगाया गया।
जिला चिकित्सालय के डा. फरहान खान तथा विनीत कुमार ने कैंप में कुल 52 चालकों का स्वास्थ्य एवं नेत्र परीक्षण किया, जिसमें 15 की नजर कमजोर पाई गई। कार्यक्रम में एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह, आरटीओ प्रशासन कमल प्रसाद गुप्ता, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन दिनेश कुमार, एआरटीओ प्रवर्तन जेपी गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।