बरेली: ऋण जमा करने के बाद बैंक में नहीं कटा कर्जदार का नाम

बरेली, अमृत विचार। ऋण जमा करने के बाद भी बैंक ने किसानों को कर्जदार बना दिया। मामले की शिकायत बैंक अधिकारियों से की तो वह मानने को तैयार नहीं हुए। अब पीड़ित किसानों ने बैंक अधिकारी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए प्रकरण की शिकायत एसएसपी से कर उचित कार्रवाई की मांग की है। वहीं …
बरेली, अमृत विचार। ऋण जमा करने के बाद भी बैंक ने किसानों को कर्जदार बना दिया। मामले की शिकायत बैंक अधिकारियों से की तो वह मानने को तैयार नहीं हुए। अब पीड़ित किसानों ने बैंक अधिकारी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए प्रकरण की शिकायत एसएसपी से कर उचित कार्रवाई की मांग की है। वहीं बैंक प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
इज्जतनगर के अहलादपुर निवासी नत्थूलाल और राम सिंह ने बताया कि संयुक्त जमीन पर वह 2017 से लगातार हर साल किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के जरिये ऋ ण ले रहे हैं। हर साल लिया जाने वाला ऋ ण अगले साल समय पर चुकता करते हैं। आरोप है कि वर्ष 2019 में संयुक्त जमीन पर पीरबोहड़ा स्थित बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक शाखा से चार लाख का केसीसी ऋ ण लिया। अगले साल 2020 में समय पर इसे जमा कर दिया गया। इसी आधार पर बैंक से वर्ष 2020 में फिर से सवा दो लाख रुपये का ऋ ण मिला। समय पूरा होने पर पिछले दिनों नत्थूलाल ऋ ण चुकाने बैंक पहुंचे तो 2019 में लिया ऋ ण न चुकाने की बात कहकर डिफाल्टर बता दिया।
बैंक की तरफ से यह रकम शीघ्र ही जमा करने की बात कही गई। नत्थूलाल के मुताबिक पिछला कर्ज चुकाने पर ही बैंक ऋ ण उपलब्ध कराती है। इसी आधार पर उनको बीते साल ऋ ण दिया गया था। अब बैंक स्तर पर हुई चूक का खामियाजा वह भुगतने को मजबूर हैं।
नहीं जमा किया ऋण, झूठ बोल रहा किसान
बैंक स्तर से हुई चूक का फायदा उठाया जा रहा है। किसान ने 2019 में लिए केसीसी ऋ ण का कोई पैसा अब तक जमा नहीं किया है। 2020 में जब फिर से केसीसी ऋ ण के लिए आवेदन किया गया तो सर्वे के दौरान कहा गया था कि वह ऋ ण मिलते ही पिछला चुकता कर देंगे। इसके साथ ही नया खाता खोलने की बात कही गई थी।
चूंकि 2019 में ऋ ण पुराने खाते से लिया गया था। इसलिए नया खाता खुलते ही पूरा पैसा निकाल लिया गया। इसके बाद में कोई रकम जमा नहीं की। जब बैंक की तरफ से ऋ ण जमा करने का दबाव बनाना शुरू किया तो किसान समझौता का दबाव बना रहा है। -एसके दीक्षित, उप प्रबंधक, बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक, पीरबोहड़ा शाखा