बरेली: शहर में अवैध स्टैंड और ठहराव बरकार, पुलिस अंजान

बरेली, अमृत विचार। यातायात व्यवस्था में मुसीबत बनने वाले अवैध ढंग से संचालित बस स्टैंड के खिलाफ डीजीपी ने एक सप्ताह तक अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। डीजीपी के आदेश को पूरा करने के लिए यातायात पुलिस ने खानापूर्ति की। शहर में अभी भी पहले की तरह अवैध बस स्टैंड संचालित हो रहे हैं। …
बरेली, अमृत विचार। यातायात व्यवस्था में मुसीबत बनने वाले अवैध ढंग से संचालित बस स्टैंड के खिलाफ डीजीपी ने एक सप्ताह तक अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। डीजीपी के आदेश को पूरा करने के लिए यातायात पुलिस ने खानापूर्ति की। शहर में अभी भी पहले की तरह अवैध बस स्टैंड संचालित हो रहे हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
सेटेलाइट से बीसलपुर तक दौड़ रहीं डग्गामार बसें
पुलिस की मिलीभगत से अवैध स्टैंड संचलित होकर वहां से बसों का आवागमन किया जा रहा है। सेटेलाइट चौराहे से बीसलपुर तक के लिए अवैध बसों का संचालन किया जा रहा है। बस चालक सड़क किनारे बसों का खड़ा कर देते हैं। इससे हमेशा हादसे का खतरा बना रहता है।
पीलीभीत तक दौड़ रही ईको, बनाया अवैध स्टैंड
सेटेलाइट चौराहे पर बस अड्डे के पास ईको कार चालकों ने अपना अलग से एक स्टैंड बना रखा है। जिसके चलते चौराहे पर जाम की स्थिति बनी रहती है। ईको सवार चालक क्षमता से अधिक सवारियां भरकर ले जाते हैं। जिसके चलते हादसे का खतरा बना रहता है। कुछ दिन पहले ही ईको के चालकों ने ट्रैफिक पुलिस पर वसूली का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। मगर अब बताया जा रहा है कि पुलिस से सेटिंग के बाद धड्ल्ले से ईको सवार पीलीभीत तक बसों का संचालन कर रहे हैं।
शाहजहांपुर तक दौड़ रही अवैध मैक्स
श्यामगंज रोड पर अवैध टैक्सी स्टैंड बना लिया गया है। जिसमें सड़क को घेरकर मैक्स चालक खड़े रहते हैं। इससे हर रोज जाम लगता है। चालक क्षमता से अधिक सवारियां भरकर ले जाते हैं। जबकि ट्रैफिक पुलिस अभियान चलाने का दावा कर रही है।
बदायूं रोड पर डग्गामार बसों का कब्जा
बदायूं रोड के नेकपुर गन्ना मिल के पास अवैध बसों का कब्जा अभी भी बरकरार है। डग्गामार बस चालक आंवला, देचवरा, भमोरा और बदायूं के लिए सवारियां भरकर ले जा रहे हैं। जबकि अब लाल फाटक पर रूट डायवर्जन के बाद रोडवेज की बसों के लिए भी वहीं पर अस्थायी बस अड्डा बना दिया है। अस्थायी बस अड्डा बनने से ऑटो चालकों ने भी अपना ठिकाना बना लिया है। मगर ट्रैफिक पुलिस की नजर अभी तक इन डग्गामार बसों के संचालन पर नजर नहीं पड़ी है।
डीजीपी के निर्देश पर अभियान चलाया गया था। जिसके तहत मनमर्जी के साथ बसों का संचालन करने वालों को चेतवानी देकर चालान की कार्रवाई की गई है। — राम मोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक