लखनऊ: प्रदेश के 63 जिलों में एक भी कोविड मरीज नहीं, पॉजिटिविटी दर 0.01

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। कोविड की ताजा स्थिति के मुताबिक प्रदेश के 21 जनपदों में एक्टिव केस शून्य हैं। यहां जनपद अलीगढ़, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सुल्तानपुर में आज …
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। कोविड की ताजा स्थिति के मुताबिक प्रदेश के 21 जनपदों में एक्टिव केस शून्य हैं। यहां जनपद अलीगढ़, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सुल्तानपुर में आज कोविड का एक भी मरीज नहीं है।
बता दें कि सगबग हर दिन कोविड के ढाई लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है। इसके अलावा रिकवरी दर 98.7 फीसदी है। इसके अलावा 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 63 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस सामने नहीं आया है। जबकि 12 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या 258 हैं।
पढ़ें: लखनऊ: आज होगी कैबिनेट की अहम बैठक, सीएम योगी करेंगे इस बात का फैसला…
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 07 करोड़ 27 लाख 49 हजार 298 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में 02 लाख 22 हजार 210 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 36 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 16 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। वहीं, 16 लाख 86 हजार 287 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं।
कई क्षेत्रों में डेंगू के मरीज आए सामने, दिए गए निर्देश…
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया है कि वर्तमान में बारिश के कारण गड्ढों और निचले स्थानों में जलभराव से बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। जिससे कई क्षेत्रों में डेंगू के मरीज सामने आए हैं। इसके कारण मलेरिया के केस बढ़ सकते हैं। वहीं, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पूरे प्रदेश में वृहद अभियान चलाए जाने की जरूरत है। सभी जिलों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी भेजे जाएं। यह अधिकारी बाढ़ व अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की भी मॉनीटरिंग करेंगे। इसके अलावा स्वच्छता-सैनीटाइजेशन का कार्य कराया जाए। यह सभी कार्य मिशन मोड में सभी 75 जिलों में तत्काल प्रभाव से प्रारम्भ कर दिए जाएं। ताकि डेंगू का खतरा ज्यादा से ज्यादा ना बढ़े.