हल्द्वानी: नंधौर अभ्यारण्य में पर्यटन बढ़ाने के लिए मेलों में लगाए जाएंगे स्टॉल

हल्द्वानी, अमृत विचार। नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य में पर्यटन बढ़ावा देने के लिहाज से परंपरागत व स्थानीय मेलों में स्टॉल लगाने का फैसला किया है। इन मेलों में जनता व पर्यटकों को नंधौर अभ्यारण्य की जैव विविधता की जानकारी दी जाएगी ताकि यहां भी पर्यटन को बढ़ावा मिले। वन विभाग कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की तर्ज पर …
हल्द्वानी, अमृत विचार। नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य में पर्यटन बढ़ावा देने के लिहाज से परंपरागत व स्थानीय मेलों में स्टॉल लगाने का फैसला किया है। इन मेलों में जनता व पर्यटकों को नंधौर अभ्यारण्य की जैव विविधता की जानकारी दी जाएगी ताकि यहां भी पर्यटन को बढ़ावा मिले।
वन विभाग कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की तर्ज पर नंधौर अभ्यारण्य में भी पर्यटन विकसित करने की तैयारी में है। इसका मकसद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पर्यटकों का दबाव भी कम करना है। वहीं, नंधौर अभ्यारण्य में भी चैंपियन ट्री, हाथियों की आवाजाही के लिए बनाया पुल, तितली जोन आदि समृद्ध जैव विविधता हैं। अभ्यारण्य में पर्यटन बढ़ावा के लिए नैनीताल और चंपावत जिले में दो गेट भी बनाए गए हैं।
फिर भी यहां पर्यटन को रफ्तार नहीं मिली है। इसके बाद अब वन विभाग ने परंपरागत और स्थानीय मेलों में स्टॉल लगाने का फैसला किया है। मेलों में स्टॉल लगाकर पर्यटकों को नंधौर अभ्यारण्य की समृद्ध जैव विविधता के बारे में बताया जाएगा। ताकि सैलानी नंधौर के जंगलों की ओर आकर्षित हो और पर्यटन को बढ़ावा मिले। इसकी शुरूआत आज खटीमा में होने वाले मेले में स्टॉल लगाकर की जाएगी।
हल्द्वानी वन डिवीजन के डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि 31 अगस्त को खटीमा में स्थानीय मेला लगाया जा रहा है इसमें हल्द्वानी वन डिवीजन की ओर से स्टॉल लगाया जाएगा। इसमें लोगों को नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद अन्य स्थानीय मेलों में भी स्टॉल लगाया जाएगा।
नंधौर में पर्यटन बढ़ने से होंगे ये फायदे
1-नंधौर अभ्यारण्य से सटे हुए गांवों के लोगों को रोजगार मिलेगा
2- जंगल को नुकसान पहुंचान बिना ही आय होने पर वन संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा मिलेगा
3-वन विभाग की आय में बढ़त होगी
4- कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पर पर्यटकों का दबाव कम होगा