अयोध्या: राम मंदिर के 6 दिशाओं में बने मंदिरों में स्थापित होंगी मूर्तियां

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Published By Deepak Mishra
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अयोध्या, अमृत विचार। राम मंदिर के परिधि में निर्माणाधीन परकोटे में 6 पंचायतन देवी देवताओं के मंदिरों का निर्माण किया गया है। जिसमें हनुमान जी, गणेश जी, भगवान सूर्य, माता जगदंबा और अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा स्थापित होनी है। इसके लिए जयपुर से पांचो मूर्तियां परिसर पहुँच गई है। तो वही छठवां मंदिर भगवान शिव का होगा जिसमें शिवलिंग की स्थापना की जाएगी. जिसमें दक्षिण भारत ब्लैक स्टोन पर बने शिवलिंग को लगाया जायेगा।

राम मंदिर के भूतल पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रथम तल पर राम दरबार को स्थापित करने के लिए मूर्ति को अंतिम रूप प्रदान कर दिया गया। लेकिन राम दरबार की मूर्ति की स्थापना जून में किए जाने का निर्णय लिया गया है। वही मंदिर की सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे 800 मीटर लंबे परकोटे में बने 6 मंदिरों के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिसमें मूर्तियों को स्थापित करने की प्रक्रिया भी 30 अप्रैल अक्षय तृतीया से प्रारम्भ होगा। इसके लिए सभी मंदिरों में सफेद संगमरमर से बने 2 फीट ऊंचे सिंहासन को भी तैयार किया गया है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिरों में सभी विग्रह को स्थापित करने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। निश्चित स्थान पर अलग-अलग मंदिरों में सभी मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा इसके बाद इन मूर्तियों की विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन और प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होंगे। इस कार्यक्रम के लिए ट्रस्ट विचार कर रहा है संभवत यह सभी कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

राम मंदिर के चारों दिशाओं में विराजमान होंगे देवी देवता

राम मंदिर के परकोटा के चारों कोने पर चार मंदिर भगवान सूर्य, शंकर, गणपति, देवी भगवती का दर्शन होगा। तो वहीं परकोटे के दक्षिण भुज पर हनुमान जी और उत्तरी भुज में अन्नपूर्णा माता के दर्शन होंगे। मंदिर के दक्षिणी भाग पर पौराणिक सीता कूप का भी अद्भुत दृश्य दिखाई देगा। इसके अलावां मंदिर के दक्षिण दिशा में महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषाद राज, माता शबरी एवं देवी अहिल्या के भी मंदिर का दर्शन होगा।

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