बरेली: सॉफ्टवेयर से रोकी जा सकती है साहित्यिक चोरी

बरेली: सॉफ्टवेयर से रोकी जा सकती है साहित्यिक चोरी

बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी के तत्वावधान में शनिवार को प्लगरिज्म विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला के प्रोफेसर गुरु चरण सिंह ने साहित्यिक चोरी या प्लगरिज्म पर व्यापक जानकारी की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार शोध लेखन को प्लगरिज्म मुक्त बनाया जा …

बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी के तत्वावधान में शनिवार को प्लगरिज्म विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला के प्रोफेसर गुरु चरण सिंह ने साहित्यिक चोरी या प्लगरिज्म पर व्यापक जानकारी की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार शोध लेखन को प्लगरिज्म मुक्त बनाया जा सकता है।

उन्होंने उरकुंड तथा टर्निटिन जैसे सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारी दी, जिसके द्वारा प्लेगेरिज्म चेक किया जा सकता है। यह भी बताया कि प्लेगेरिज्म अपराध की श्रेणी में आता है, जिसके लिए दंड स्वरूप डिग्री भी जब्त की जा सकती है। वेबिनार के अंत में प्रतिभागियों ने सवाल भी पूछे।

वेबिनार के संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह, समन्वयक प्रो. संजय मिश्रा (आइक्यूएसी समन्वयक) रहे। कार्यक्रम में प्रो. विनय ऋ षिवाल, प्रो. पीबी सिंह, डा. गौरव राव, डा. हेमा वर्मा, डा. अमित वर्मा, डा. अमित सिंह समेत 100 प्रतिभागी शामिल हुए।