बरेली: दो दिनों से लगातार चल रहा है जंक्शन पर विजिलेंस का छापा, चर्चाएं- एक ही टीम हर बार क्यों आती है?

बरेली: दो दिनों से लगातार चल रहा है जंक्शन पर विजिलेंस का छापा, चर्चाएं- एक ही टीम हर बार क्यों आती है?

बरेली, अमृत विचार। बरेली जंक्शन पर शनिवार को भी विजिलेंस का छापा जारी रहा। बड़ौदा हाउस से आई विजिलेंस टीम ने आरक्षण काउंटर, पार्सल घर समेत तमाम जगहों पर दस्तावेजों की जांच की। जंक्शन पर लगातार पड़ रहे विलिजेंस के छापे की वजह से सभी अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक दहशत बनी हुई है। यहां …

बरेली, अमृत विचार। बरेली जंक्शन पर शनिवार को भी विजिलेंस का छापा जारी रहा। बड़ौदा हाउस से आई विजिलेंस टीम ने आरक्षण काउंटर, पार्सल घर समेत तमाम जगहों पर दस्तावेजों की जांच की। जंक्शन पर लगातार पड़ रहे विलिजेंस के छापे की वजह से सभी अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक दहशत बनी हुई है। यहां तक की अब तो चर्चाए यह भी शुरू हो गई है कि जंक्शन के ही कुछ नेता और अधिकारियों की सांठगांठ से ही जंक्शन पर विजिलेंस का छापा पड़ता है। यही लोग अधिकारियों कर्मचारियों पर दबाव बनाने के लिए विजिलेंस बुलाते है।

दो सदस्यीय टीम दो दिनों से कर रही छापेमारी
बीते वर्षों जंक्शन के आरक्षण कार्यालय और पार्सल में भ्रष्टाचार की तमाम शिकायतें हुई थी। जिसके बाद कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों का ट्रांसफर भी किया गया था। पूरे मामले की हकीकत जानने के लिए विजिलेंस को जांच सौंपी गई। तब से लेकर अब तक विजिलेंस छापेमारी कर रही है। आए दिन जंक्शन पर विजिलेंस की टीम पहुंचकर रिकॉर्ड जब्त कर ले जाती है। मगर अभी तक कोई भी सटीक रिजल्ट सामने नहीं आया है। इस बार भी दो दिनों से दो सदस्यीय टीम छापेमारी कर रही है।

शनिवार को स्टेशन अधीक्षक से भी की गई पूछताछ
रेलवे के सूत्रों की माने तो शनिवार को विजिलेंस की टीम ने स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह के कार्यालय में भी पहुंची। यहां उनसे पूछताछ की गई, इसके बाद टीम वहां से चली गई। हालांकि टीम बार-बार किस मामले में यहां पर पहुंचती है। इसको कोई भी साफ नहीं कर रहा है। बहराहाल लगातार टीम आने की वजह से जंक्शन के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक सभी में दहशत बरकरार है।

कुछ अधिकारी बुलाते है, उनके रहने खाने का इंतजाम भी करते है
लगातार छापेमारी के बाद जंक्शन के कर्मचारियों के बीच चर्चाएं फैल गई है कि जंक्शन के कुछ अधिकारियों की विजिलेंस टीम के सदस्ययों से मित्रता है। जिसकी वजह से अन्य अधिकारियों कर्मचारियों और नेताओं पर दबाव बनाने के लिए वह उन्हें बुलाकर बार-बार छापेमारी कराते है। जबकि नियमानुसार वह विजिलेंस की टीम को नहीं बुला सकते।

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