बरेली: कोरोना की दूसरी लहर के बाद बढ़ी एचआईवी संक्रमितों की संख्या

बरेली, अमृत विचार। जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद एचआईवी संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। बीते जून-जुलाई और 20 अगस्त तक 95 मरीज खोजे जा चुके हैं। जिले में औसतन हर महीने 30 एचआईवी मरीज निकलते थे लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान ये औसत लगातार बढ़ रहा …
बरेली, अमृत विचार। जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद एचआईवी संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। बीते जून-जुलाई और 20 अगस्त तक 95 मरीज खोजे जा चुके हैं। जिले में औसतन हर महीने 30 एचआईवी मरीज निकलते थे लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान ये औसत लगातार बढ़ रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिले में एचआईवी संक्रमित मरीजों की तलाश करने का दायरा भी बढ़ाया गया है, मरीजों का औसत बढ़ने का ये भी एक मुख्य कारण हो सकता है।
एचआईवी संक्रमितों के उपचारों में सुविधा देने के उद्देश्य से जिला अस्पताल में 2012 मे एआरटी सेंटर खोला गया था। यहां जिले के सभी एचआईवी संक्रमित मरीजों के उपचार, देखभाल, निशुल्क दवाइयों व रिकार्ड सुरक्षित रखा जाता है। इसी रिकार्ड के आधार पर संक्रमित को समय-समय पर एचआईवी के प्रति जागरुक किया जाता है। कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद अचानक एआरटी सेंटर में एचआईवी संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है। एआरटी सेंटर के आंकड़ों के अनुसार 1 जून से अगस्त तक 95 एचआईवी संक्रमित मरीजों को खोजा जा चुका है।
इस थीम पर हो रही संक्रमितों की खोज
एचआईवी संक्रमितों की जांच, उपचार में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही कई अन्य समाजसेवी संगठन भी सहयोग करते हैं। कई संगठनों में जागरुकता को बढ़ाने के उद्देश्य से ट्रांसजेंडर भी आगे आए हैं। कई महीने से एचआईवी संक्रमितों की तलाश के लिए 90-90-90 थीम पर काम किया जा रहा है। एआरटी सेंटर के डाटा मैनेजर मनोज कुमार के अनुसार 90-90-90 थीम का आशय है कि संदिग्ध 90 मरीजों की जांच, एचआईवी संक्रमण की पुष्टि होने पर 90 प्रतिशत संक्रमितों का पंजीकरण व 90 प्रतिशत मरीजों के इलाज की व्यवस्था करना।
नशे का इंजेक्शन लेना मुख्य वजह
एआरटी सेंटर में पंजीकृत करीब 80 प्रतिशत मरीजों में एचआईवी संक्रमण की पुष्टि होने की मुख्य वजह नशीले पदार्थ का सेवन करना थी। एआरटी सेंटर के आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 3938 मरीज पंजीकृत हैं। जिसमें से करीब तीन हजार लोग नशीले पदार्थ को इंजेक्शन के माध्यम से लेने के चलते संक्रमित हो गए हैं।
विभागीय स्तर पर चल रहे 90-90-90 थीम के अंतर्गत बढ़े स्तर पर एचआईवी संक्रमित मरीजों की खोज, पंजीकरण व उपचार किया जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़ने का ये एक मुख्य कारण माना जा सकता है। -मनोज कुमार, डाटा मैनेजर, एआरटी सेंटर