कानपुर: तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंसे होजरी व्यापारी की हत्या, जानें क्या है पूरा मामला?

कानपुर। फजलगंज से 13 अगस्त को गायब होजरी व्यापारी की हत्या तंत्र मंत्र के चक्कर में उसके नये बने दोस्तों ने ही कर दी थी। होजरी व्यापारी पत्नी के अवैध संबंधों के शक में तांत्रिकों के चक्कर में फंस गया था। तांत्रिक के यहां बने नये दोस्तों ने व्यापारी से तंत्र मंत्र करवाने के नाम …
कानपुर। फजलगंज से 13 अगस्त को गायब होजरी व्यापारी की हत्या तंत्र मंत्र के चक्कर में उसके नये बने दोस्तों ने ही कर दी थी। होजरी व्यापारी पत्नी के अवैध संबंधों के शक में तांत्रिकों के चक्कर में फंस गया था। तांत्रिक के यहां बने नये दोस्तों ने व्यापारी से तंत्र मंत्र करवाने के नाम पर खूब रुपये भी ठग लिये। लेकिन जब तंत्र मंत्र का कोई असर नहीं हुआ और व्यापारी से विवाद हुआ तब नये बने दोस्तों ने हमीरपुर जनपद के जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का महज 40 घंटे में ही खुलासा कर दिया है।
यह था मामला
बीती 13 अगस्त को दर्शनपुरवा थाना फजलगंज निवासी होजरी व्यापारी नीरज दीक्षित घर से कहीं चले गये। अगले दिन परिजनों ने उनकी गुमशुदगी थाना फजलगंज में लिखाई। 17 अगस्त को नीरज का शद जनपद हमीरपुर के थाना कुरारा के जंगल में सड़ी हालत में पड़ा मिला। कपड़ो से उसकी पहचान हुई। पुलिस ने 19 अगस्त को गुमशुदगी को हत्या में बदलते हुए मुकदमा लिखा । तब से पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
मोबाइल से खुले राज
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने जब नीरज के मोबाइल की काल डिटेल निकलवाई तब पूरा मामला खुला। इस आधार पर पुलिस ने थाना महाराजपुर के शैलेंद्र कुशवाहा और धर्मेंद्र को उठाया। दोनों से जब पूछताछ हुई तो उन्होंने सारी घटना कबूल कर ली। घटना में शामिल एक अन्य अभियुक्त श्यामू कुशवाहा पुलिस की पकड़ से अभी दूर है।
तंत्र मंत्र का था चक्करअभियुक्तों ने बताया कि नीरज को अपनी पत्नी के अवैध संबंध होने का शक था। इसके लिए नीरज महाराजपुर के एक तांत्रिक के पास गया था। वहीं पर शैलेन्द्र और श्यामू से उसकी मुलाकात हुई। शैलेन्द्र भी वहां आया हुआ था। इस पर नीरज ने अपनी सारी बात बताई तो शैलेंन्द्र ने उससे कहा कि बिधनू में एक बाबा है वह अच्छा तंत्र मंत्र करते हैं। यह कहकर उसने 70 हजार रुपये भी ले लिए।
फिर हुआ विवाद
जब तंत्र मंत्र का असर नहीं हुआ तो नीरज ने शैलेंद्र से शिकायत की तो इस पर दोनों का विवाद हो गया। शैलेन्द्र ने चाल चलते हुए कहा कि एक और बाबा हैं हमीरपुर में उनके पास चलते हैं। इसी का झांसा देकर 13 अगस्त को शैलेन्द्र और श्यामू नीरज को महाराजपुर के रहने वाले धर्मेंद्र के पास ले गये। बताया कि धर्मेंद्र तांत्रिक का लड़का है। फिर चारों हमीरपुर गये और जंगल में ही नीरज की गला घोटकर हत्या करके शव फेंक दिया। इसके बाद बाइक को फतेहपुर के कल्याणपुर में लाकर जला दिया।