अमरोहा: सपा और भाजपा दोनों की कार्यशैली एक जैसी : मिश्रा

अमरोहा: सपा और भाजपा दोनों की कार्यशैली एक जैसी : मिश्रा

अमरोहा, अमृत विचार। बसपा की विचार संगोष्ठी में पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा और भाजपा की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि दोनों ही पार्टियों ने ब्राह्मणों को नकारा है। दोनों पार्टियों की कार्यशैली एक जैसी ही है। कहा कि योगी सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है। केवल …

  1. अमरोहा, अमृत विचार। बसपा की विचार संगोष्ठी में पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा और भाजपा की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि दोनों ही पार्टियों ने ब्राह्मणों को नकारा है। दोनों पार्टियों की कार्यशैली एक जैसी ही है। कहा कि योगी सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है। केवल बसपा सरकार में ही ब्राह्मणों को हिस्सेदारी मिली है।

सोमवार को नगर के जोया रोड स्थित एक होटल में बसपा का प्रबुद्ध सम्मान कार्यक्रम आयोजित हुआ। बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे राज्यसभा सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासिचव सतीश चंद्र मिश्रा का पार्टी कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। सांसद कुंवर दानिश अली ने पार्टी का प्रतीक चिन्ह भेंट किया।

इसके बाद पूर्व छात्र नेता दीपक शर्मा, गजरौला के पूर्व चैयरमेन रोहताश शर्मा व अन्य ब्राह्मण नेताओं ने फरसा भेंट कर कर सतीश चंद्र मिश्रा का स्वागत किया। मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि इस समय सरकार के प्रति सबके दिल में दर्द है। दर्द का इलाज करने के लिए यह सम्मेलन किया जा रहा है। सरकार जाति के नाम पर लोगों को बांटने, धमकाने का काम कर रही है।

सपा और भाजपा दोनों की एक जैसी कार्यशैली है। जब 2003, 2007 में लोग दुखी थे, महिलाओं के साथ अत्याचार, कानून व्यवस्था खराब हो गई थी, तब भी पूरे प्रदेश में जाकर ब्राह्मणों को एक कर 2008 में बसपा सरकार बनाई थी। आज फिर पूरे प्रदेश का दौरा चल रहा है। अमरोहा 21वां जिला है, 75 जिलों का दौरा करने के बाद ही आराम किया जाएगा। ब्राहमणों को साधते हुए कहा कि समाज जब तक एकत्रित नहीं होगा तब तक सफलता नहीं मिलेगी।

अपनी ताकत को पहचानिए। बसपा का उद्देश्य भाईचारा बनाना है। दलित समाज के साथ मिलकर भाईचारा बनाईये। अकेले दो ही मिलकर हर सीट पर भारी पड़ेंगे। याद है जब कि पार्टी ने ब्राह्मणों को 85 सीटों पर लड़ाया था तो 45 चुनकर आए थे। ब्राह्मण समाज के सहयोग और समर्थन से ही सरकार बनी थी।

सपा ने दंगे करवाए। ब्राह्मणों का अपमान किया। ऐसा ही हाल भाजपा की योगी सरकार में है। प्रयागराज और गौरखपुर में ब्राह्मण अधिवक्ताओं की हत्याएं हुईं। हिंदू नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ में हत्या हुई, कानपुर के बिकरू कांड में न जाने कितने ब्राह्मणों पर अत्याचार हुआ। खुशी दूबे, जो बेकसूर थी, वह अभी भी जेल में है। उन्होंने कहा भाजपा ने केवल अपने विज्ञापन ही छपवाएं है, आंकड़ों के अनुसार 300 करोड़ रुनये केवल सरकार ने विज्ञापन में लगाए।

अगर यह धनराशि गरीबों और नौजवानों की नौकरी में मिलते तो कितना लाभ होता। कहा कि अब ब्राहमण और दलित एक साथ मिलकर बसपा की सरकार बनाऐंगे। 2022 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं होगा। पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। कार्यक्रम में बसपा सांसद कुंवर दानिश अली, सांसद गिरीश जाटव, डॉ. रणविजय सिंह, सोमपाल सिंह, वहाब सैफी, हाजी नासिर, फुरकान अहमद, रोहताश शर्मा, दीपक शर्मा आदि मौजूद रहे।

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