अल्मोड़ा: कफड़ा तिपौला मोटर मार्ग न बनने से बढ़ रहा आक्रोश

अल्मोड़ा: कफड़ा तिपौला मोटर मार्ग न बनने से बढ़ रहा आक्रोश

अल्मोड़ा, अमृत विचार। द्वाराहाट तहसील में प्रस्तावित कफड़ा- तिपौला मोटर मार्ग का निर्माण न होने से अब वहां के लोगों में आक्रोश पनपने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्वीकृति के अठारह साल बीत जाने के बाद भी इस मार्ग का निर्माण ठंडे बस्ते में हैं। लेकिन कई बार की शिकायतों के बाद भी …

अल्मोड़ा, अमृत विचार। द्वाराहाट तहसील में प्रस्तावित कफड़ा- तिपौला मोटर मार्ग का निर्माण न होने से अब वहां के लोगों में आक्रोश पनपने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्वीकृति के अठारह साल बीत जाने के बाद भी इस मार्ग का निर्माण ठंडे बस्ते में हैं। लेकिन कई बार की शिकायतों के बाद भी इस मार्ग के निर्माण के लिए कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। गुस्साए ग्रामीणों ने सडक़ निर्माण का कार्य शुरू न होने पर अब पंद्रह जुलाई से आंदोलन की चेतावनी दी है।

कफड़ा से बड़ेत, चमीनी, कुंस्यारी, पौनली आदि दूरस्थ गांवों को बुनियादी सुविधा दिलाने के उद्देश्य से वर्ष 2004 में पहले चार किमी, बाद में 16 किमी यानि कुल 20 किमी रोड को स्वीकृति मिली। मगर निर्माण शुरू नहीं हुआ। तब कफड़ा तिपौला रोड निर्माण संघर्ष समिति की अगुआई में जनांदोलन किया गया। जनदबाव में रोड कटान, पुल आदि निर्माण सहित 11 किमी डामरीकरण का कार्य भी हो गया। मगर शेष नौ किमी मार्ग पर अभी तक डामरीकरण न होने के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा।

समिति अध्यक्ष बचे सिंह बिष्ट ने बताया कि शेष नौ किमी डामरीकरण के लिए वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद ही करीब आठ माह पूर्व पांच किमी डामरीकरण के लिए निविदाएं भी डाली जा चुकी हैं। मगर आज तक कार्य शुरू नहीं हो सका है। विभाग से वार्ता पर मात्र आश्वासन मिलते हैं। जिस कारण लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने बुधवार को लोनिवि के ईई को ज्ञापन भेज कहा कि डामरीकरण का कार्य जल्द शुरू नहीं किए जाने पर 15 जुलाई से आमरण अनशन की चेतावनी दी है।

इस मोटर मार्ग के निर्माण के लिए ठेकेदार ना मिलने के कारण कार्य में विलंब हुआ है। पांच बार टेंडर भी निरस्त हो चुके हैं। फिर से टेंडर की प्रक्रिया कराई जा रही है। टेंडर होते ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
– कांताप्रसाद गंगवार, कनिष्ठ अभियंता लोनिवि