दुनिया की सबसे गहरी झील है तीन करोड़ साल पुरानी, जानें इतिहास

दुनिया की सबसे गहरी झील है तीन करोड़ साल पुरानी, जानें इतिहास

सबसे प्राचीन झील: रूस स्थित लेक बैकाल झील दुनिया की सबसे प्राचीन और गहरी झील है। ऐसा माना जाता है कि यह झील 3 करोड़ साल पुरानी है। इसकी औसत गहराई 744.40 मीटर है। उदयपुर में महाराजा जयसिंह ने एशिया की सबसे बड़ी झील का निर्माण कराया जिसे ‘जयसमंद झील’ कहते हैं। झील को ‘सरोवर’ …

सबसे प्राचीन झील: रूस स्थित लेक बैकाल झील दुनिया की सबसे प्राचीन और गहरी झील है। ऐसा माना जाता है कि यह झील 3 करोड़ साल पुरानी है। इसकी औसत गहराई 744.40 मीटर है। उदयपुर में महाराजा जयसिंह ने एशिया की सबसे बड़ी झील का निर्माण कराया जिसे ‘जयसमंद झील’ कहते हैं।

झील को ‘सरोवर’ भी कहते हैं। प्राचीन सरोवरों में मानसरोवर को सबसे प्राचीन माना जा सकता है। भारत में पुष्कर झील को सबसे प्राचीन माना जाता है। यहां भगवान ब्रह्मा ने यज्ञ किया था। नारायण सरोवर, पंपा सरोवर, बिंदु सरोवर, अमृत सरोवर और लोणार सरोवर की गणना भी प्राचीन सरोवरों में की जाती है।

राजस्थान में अजमेर शहर से 14 किलोमीटर दूर पुष्कर झील है। पुष्कर के उद्भव का वर्णन पद्मपुराण में मिलता है। कहा जाता है कि ब्रह्मा ने यहां आकर यज्ञ किया था। पुष्कर का उल्लेख रामायण में भी हुआ है। विश्वामित्र के यहां तप करने की बात कही गई है। अप्सरा व मेनका यहां के पावन जल में स्नान के लिए आई थीं।

महाभारत के वन पर्व के अनुसार योगीराज श्रीकृष्ण ने पुष्कर में दीर्घकाल तक तपस्या की थी। पांडुलेन गुफा के लेख में, जो ई. सन् 125 का माना जाता है, उषमदवत्त का नाम आता है। यह विख्यात राजा नहपाण का दामाद था और इसने पुष्कर आकर 3,000 गायों एवं एक गांव का दान किया था।

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