Promotion of classical languages
सम्पादकीय  उत्तर प्रदेश 

संपादकीय : शास्त्रीय भाषाओं का संवर्द्धन

संपादकीय : शास्त्रीय भाषाओं का संवर्द्धन सांस्कृतिक विविधता एवं समृद्धि की दृष्टि से भारत विश्व में अतुलनीय स्थान रखता है। ‘कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर बानी’ की विशिष्टता वाले हमारे देश में अनेक प्राचीन भाषाएं हैं, जो अभी भी प्रचलन में हैं। यह सच...
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