Mool Gusai
साहित्य 

तुलसीदास के जीवन की यह खास घटना गोकुलनाथ की दो सौ बावन वैष्णव की वार्ता में है वर्णित

तुलसीदास के जीवन की यह खास घटना गोकुलनाथ की दो सौ बावन वैष्णव की वार्ता में है वर्णित तुलसीदास में इतिहास और जनश्रुतियों का अद्भुत समावेश है। तुलसीदास के शिष्य बेनी माधव विरचित मूल गुसाई चरित्र के अनुसार तुलसीदास का जन्म सं 1554 में रजियापुर में हुआ था। उनके पांडित्य, रूप और गुण पर मुग्ध होकर उन्हें यमुनापार के एक ब्राह्मण ने दामाद बनाया था- रसकेली में पाँच वर्ष बीत जाने पर रत्ना …
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