रुद्रपुर: श्रमिक शोषण के खिलाफ इंटरार्क श्रमिकों के आंदोलन का एक साल पूरा, रैली निकालकर सिस्टम को चेताया

रुद्रपुर: श्रमिक शोषण के खिलाफ इंटरार्क श्रमिकों के आंदोलन का एक साल पूरा, रैली निकालकर सिस्टम को चेताया

रुद्रपुर, अमृत विचार। सिडकुल की इंटरार्क कंपनी के आंदोलित श्रमिकों ने आंदोलन को एक साल पूरे होने पर सभा की और तिरंगा बाइक रैली निकाल कर अपना विरोध जताया। इस दौरान सिडकुल श्रमिक यूनियनों के अलावा किसान संगठन से जुडे़ पदाधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां देश अमृत महोत्सव मना रहा …

रुद्रपुर, अमृत विचार। सिडकुल की इंटरार्क कंपनी के आंदोलित श्रमिकों ने आंदोलन को एक साल पूरे होने पर सभा की और तिरंगा बाइक रैली निकाल कर अपना विरोध जताया। इस दौरान सिडकुल श्रमिक यूनियनों के अलावा किसान संगठन से जुडे़ पदाधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां देश अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं सिडकुल श्रमिक शोषण के खिलाफ आंदोलन कर रहा है। आगाह किया कि यदि जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।

सोमवार को संयुक्त किसान श्रमिक मोर्चा और सिडकुल यूनियनों के आह्वान पर सिडकुल स्थित कंपनी परिसर स्थित धरनास्थल पर इकट्ठा हुए। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि 16 अगस्त 2021 से इंटरार्क मजदूर संगठन और किच्छा कंपनी के मजदूरों द्वारा कंपनी परिसर के बाहर आंदोलन को एक साल पूरा हो चुका है। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के बाद शासन प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से श्रमिक तालाबंदी खुलवाने, तीन माह का वेतन दिलवाने और कार्यबहाली मांग को लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव को पूरा देश हर्षाेल्लास के साथ मना रहा है लेकिन देश का श्रमिक आज भी अप ने हक की लड़ाई को लेकर संघर्ष कर रहा है। देश में पूंजीवाद पूर्णतया से हावी है। वहीं, तीन श्रमिक कोड लागू होने से श्रमिक उत्पीड़न में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि तीन मांगों पर जल्द गौर नहीं किया,तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।

सभा के बाद श्रमिकों ने तिरंगा बाइक रैली निकाली और विरोध भी जताया। रैली सिडकुल पंतनगर रुद्रपुर से होते किच्छा शहर तक एवं किच्छा से पुनः रुद्रपुर होते हुए गांधी पार्क पर आकर समाप्त हुई। इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि तजिंदर सिंह विर्क, बलविंदर सिंह मान, कैलाश भट्ट, दिनेश तिवारी, रविंद्र कुमार, रामजीत सिंह, रामगोपाल, चंदन मेवाड़ी, ठाकुर, दलजीत सिंह, पान मोहम्मद आदि मौजूद थे।