बरेली: सीबीगंज वन क्षेत्र में गंदा पानी बहाने पर डीएम सख्त, औद्योगिक इकाई को नोटिस

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

बरेली, अमृत विचार: जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण और गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार सख्त नजर आए। उन्होंने सीबीगंज वन क्षेत्र में गंदा पानी छोड़े जाने के मामले में सुपीरियर इंडस्ट्रीज को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।

डीएम ने सथरापुर में निर्माणाधीन सॉलिड वेस्ट प्लांट के चारों ओर 200 मीटर के बफर जोन में नो कंस्ट्रक्शन के साइनेज बोर्ड एक सप्ताह के अंदर लगाने को कहा। बाकरगंज स्थित लीगेसी में जून तक 42000 टन कूड़े का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने 300 टन प्रति प्रोजेक्टकंस्ट्रक्शन वेस्ट जनित करने वाली इकाइयों को चिह्नित करने के आदेश नगर निगम और प्रदूषण बोर्ड को दिए।

वहीं उन्होंने जिंग जैग चिमनी में परिवर्तित नहीं होने वाले ईंट भट्टों के संचालकों को नोटिस जारी कर बंद कराने के आदेश दिए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से कहा कि औद्योगिक इकाइयों से हो रहे वायु प्रदूषण पर रोक लगाई जाए। आचार संहिता के बाद महाआरती रामगंगा नदी के चौबारी घाट हाेगी। इसको लेकर क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिए कि रामगंगा नदी के पास ऐसे स्थान को चिह्नित करें, जिसमें पौधरोपण, बर्ड वॉचिंग, नौका विहार जैसी गतिविधियां हो सकें। सीडीओ जग प्रवेश, प्रभागीय वनाधिकारी दीक्षा भंडारी, डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार, डीडीओ दिनेश कुमार यादव, पीडी डीआरडीए तेजवंत सिंह आदि मौजूद रहे।

25 मई तक मांगी पौधरोपण के लिए स्थल चयन की रिपोर्ट
2024-25 में पौधरोपण के लिए अभी तक 13 विभाग ही स्थल चयन कर सके हैं। डीएम ने सभी विभागों से 25 मई तक स्थल चयन कर कार्ययोजना मांगी है। 2023-24 में पौधरोपण के तहत जिन विभागों की सत्यापन रिपोर्ट में पौधों की जीवितता 80 प्रतिशत से कम है, उनके दोबारा स्थलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।

यह भी पढ़ें- बरेली: 'पांच लाख नहीं दिए तो घर को बना देंगे श्मशान', व्यापारी ने रंगदारी मांगने की दर्ज कराई FIR

संबंधित समाचार