रायबरेलीः मौसम मेहरबान, आलू की होगी बंपर पैदावार

रायबरेलीः मौसम मेहरबान, आलू की होगी बंपर पैदावार

रायबरेली। आलू की खेती के लिए मौसम अनुकूल बना हुआ है। किसान भी खुश हैं कि शुरूआती दौर में मौसम बेहतर है। ऐसे में आलू की बंपर पैदावार की उम्मीद जताई जा रही है। जिले में छह हजार हेक्टेयर में आलू की खेती होती है और इसमें सलोन में सबसे अधिक चार हजार हेक्टेयर आलू …

रायबरेली। आलू की खेती के लिए मौसम अनुकूल बना हुआ है। किसान भी खुश हैं कि शुरूआती दौर में मौसम बेहतर है। ऐसे में आलू की बंपर पैदावार की उम्मीद जताई जा रही है। जिले में छह हजार हेक्टेयर में आलू की खेती होती है और इसमें सलोन में सबसे अधिक चार हजार हेक्टेयर आलू पैदा होता है। लालगंज, ऊंचाहार, डलमऊ में भी आलू की पैदावार होती है।

इन प्रजातियों की बोई गई आलू

  • कुफरी लौकर, कुफरी सिंदूरी, राजेंद्र, कुंदन, ए -40, चिप्सोना, ख्याति, सूर्या, गरिमा।
  • पिछले साल 1.52.786 एमटी पैदा हुई थी आलू।
  • पिछले साल 1.52.786 मीट्रिक टन आलू की पैदावार हुई थी। इस बार इससे अधिक आलू की पैदावार होने की संभावना है।

10 से 20 डिग्री का तापमान है जरूरी

आलू की बेहतर पैदावार के लिए 10 से 20 डिग्री सेल्सियस का तापमान होना जरूरी है। इससे कम या अधिक होने से आलू की पैदावार प्रभावित होती है।

लाल आलू की बिहार और झारखंड में मांग

सलोन में केवल लाल आलू पैदा होती है इस कारण किसान उसे बिहार और झारखंड में बेचते हैं। लोकल बाजार में लाल आलू की कीमत 25 से 30 रुपये रहती है जबकि बिहार और झारखंड में यह 50 से 60 रुपये किलो बिकती है। नेपाल में इसकी कीमत 70 रुपये किलो है।

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आलू की फसल के लिए इस बार मौसम अनुकूल है। आगे पता नहीं है लेकिन पाला न पड़ा तो बहुत अधिक आलू पैदा होगा।
केशवराव चौधरी…जिला उद्यान अधिकारी।

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