मुरादाबाद: मांगों को लेकर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन, दी चेतावनी

मुरादाबाद: मांगों को लेकर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन, दी चेतावनी

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने मंगलवार को अपनी एक सूत्रीय मांगों को पूरा करने की हुंकार भरी। ब्लाक संसाधन केंंद्रों पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। महानगर के स्कूलों के शिक्षकों, शिक्षामित्रों आदि ने …

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने मंगलवार को अपनी एक सूत्रीय मांगों को पूरा करने की हुंकार भरी। ब्लाक संसाधन केंंद्रों पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

महानगर के स्कूलों के शिक्षकों, शिक्षामित्रों आदि ने नगर संसाधन केंद्र, प्राथमिक विद्यालय गांधी पार्क में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, विशेष शिक्षकों व कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन नारेबाज़ी की। सरकार से मांगों को पूरा करने की अपील करते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द मांग पूरी नहीं की गई तो पठन पाठन ठप कर दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने 21 सूत्रीय मांगों जिसमें पुरानी पेंशन, विद्यालयों में मूल- भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, कैश लेस सुविधा देने, संविलियन निरस्त कर प्रधानाध्यापकों के पद बहाल करने, ऑनलाइन कार्य के नाम पर शिक्षकों का शोषण बन्द करने, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, विशेष शिक्षकों को नियमित करने, सामूहिक बीमा की धनराशि को 10 लाख करने, शिक्षा सेवा अधिकरण अधिनियम को वापिस लेने, मृतक शिक्षकों के आश्रितों को टीईटी से मुक्ति देने व लिपिकों के पदों पर नियुक्ति देने, रसोईयों का मानदेय बढ़ाने तथा पंचायत चुनाव के दौरान मृत हुए शिक्षकों के परिजनों को अनुग्रह राशि और नियुक्ति देने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।

महानगर अध्यक्ष राकेश कौशिक ने कहा कि सरकार विद्यालय परिवार की मांगों के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण अपना रही है। यदि सरकार शिक्षक समुदाय की मांगे नहीं मानती है तो शिक्षक पूरे प्रदेश में आंदोलन कर आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार को सबक सिखाने से पीछे नहीं हटेंगे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल शर्मा ने कहा कि जब मंत्रियों, सांसदों, विधायकों को पेंशन मिल सकती है तो शिक्षकों ओर कर्मचारियों को पेंशन क्यों नहीं मिल रही।

सरकार का यह दोहरा रवैया आक्रोश को जन्म दे रहा है। महानगर मंत्री वसीम मसरूर ने शासन को भेजे जाने वाले ज्ञापन को पढ़कर सुनाया। अनुदेशक वेलफेयर एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष विष्णु भारद्वाज ने अनुदेशकों की समस्याओं और मांगो को उठाते हुए सरकार से कोर्ट के आदेशानुसार उनका मानदेय 17 हजार करने की मांग की। शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष यासीन खान ने शिक्षा मित्रों के साथ किए जा रहे भेदभाव पर रोष व्यक्त कर शिक्षा मित्रों को नियमित करने की मांग की। धरने के अंत में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ शिक्षक पूर्व अध्यक्ष नसीम हैदर ने सभी शिक्षकों की हौसला अफजाई की।

धरने को रेहाना परवीन, शहनाज अख्तर, सुगन्ध गुप्ता, आशीष कुमार, अब्दुल गफ्फार, चन्द्र कांत शुक्ला, विष्णु भारद्वाज, शहला जमील, सतेंद्र कुमार, मो इरफान, मुजाहिद अली, राजकुमार सिंह, मनीला शर्मा, सऊद आसिफ आदि ने सम्बोधित किया। इस दौरान आशीष शुक्ला, प्रेम शंकर, रेनू सिंह, रत्नेश बाला, उषा रवि, अलका शर्मा, तहव्वुर हुसैन, गौरव कुमार, व्योम गुप्ता, कौसर अशरफ, अशोक कुमार, शगुफ्ता परवीन, अरविंद कुमार, वीरेंद्र कुमार, अरशद अली, उस्मान आरिफ, मो शाकिर, शालिनी, कविता रानी, सुनयना मल्होत्रा, अर्शी, स्नेहलता आदि मौजूद रहे। अंत में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया गया।
धरने की अध्यक्षता राकेश कौशिक और संचालन राहुल शर्मा ने किया।