मुरादाबाद : पीएसी वाहिनियों में प्रशिक्षण प्रशिक्षण लेंगे 1483 प्रशिक्षु

मुरादाबाद : पीएसी वाहिनियों में प्रशिक्षण प्रशिक्षण लेंगे 1483 प्रशिक्षु

मुरादाबाद, अमृत विचार। पीएसी में कांस्टेबलों की भर्ती के बाद उनका प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। चयन के बाद तीसरे चरण में बुधवार को मुरादाबाद की पीएसी नवीं, 23वीं और 24वीं वाहिनी में 1483 कांस्टेबलों को आमद दर्ज करानी है। बुधवार की सुबह से ही तीनों वाहिनियों में आमद कराने के लिए प्रशिक्षु पहुंचना …

मुरादाबाद, अमृत विचार। पीएसी में कांस्टेबलों की भर्ती के बाद उनका प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। चयन के बाद तीसरे चरण में बुधवार को मुरादाबाद की पीएसी नवीं, 23वीं और 24वीं वाहिनी में 1483 कांस्टेबलों को आमद दर्ज करानी है। बुधवार की सुबह से ही तीनों वाहिनियों में आमद कराने के लिए प्रशिक्षु पहुंचना शुरू हो गए।

प्रशिक्षुओं के प्रपत्रों की जांच और थर्मल स्कैनिंग करने के बाद उनको वाहिनी में प्रवेश दिया गया। सुबह से शुरू हुआ आमद कराने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। आमद कराने वाले प्रशिक्षुओं को नौ माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान शारीरिक दक्षता व व्याहारिक ज्ञान के संबंध में प्रशिक्षित किया जाएगा।

बता दें कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इस प्रक्रिया में पूरे प्रदेश में करीब 42000 पुलिस कर्मियों की भर्ती हुई थी। जिसमें से 18500 प्रशिक्षु पीएसी में भेज दिए गए थे। इसी के तहत पश्चिमी जोन में 9317 कांस्टेबिलों की ट्रेनिंग होनी है। भर्ती के बाद दो चरणों में प्रशिक्षुओं को यहां पर ट्रेनिंग के लिए भेजा जा चुका है। दूसरे बैच का प्रशिक्षण जनवरी के पहले सप्ताह में समाप्त हो जाएगा। इसके पीछे संसाधनों के अभाव को बताया जा रहा है। तीसरे बैच के प्रशिक्षण के लिए शासन ने 15 दिसंबर से प्रशिक्षुओं की आमद कराने के निर्देश दिए थे।

छह माह का शारीरिक व तीन माह का व्यावहारिक प्रशिक्षण
शासन के आदेश के बाद नवीं, 23वीं और 24वीं वाहिनी में बुधवार से प्रशिक्षुओं का आमद कराने की तैयारी कर ली गई थी। दिन निकलने के साथ ही तीनों वाहनियों में प्रशिक्षु अपने परिजनों के साथ पहुंचने लगे। पीएसी के आईजी अमित चंद्रा ने बताया कि नवीं वाहिनी में 428, 23वीं वाहिनी में 680 और 24वीं वाहिनी में 502 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के लिए आना था। जिसमें से 127 मेडिकल में अनफिट और अनुपस्थित पाए गए। लिहाजा तीनों वाहिनियों में 1483 कांस्टेबलों को नौ माह का प्रशिक्षण कराया जाएगा। जिसमें छह माह शारीरिक दक्षता और तीन माह व्यवहारिक ज्ञान का प्रशिक्षण दिया जाएगा।