भेदभाव-वैमनस्य और दुर्भावना के विष को समाप्त करने को प्रेरित करेगा स्मृति दिवस: पंकज चौधरी

गोरखपुर। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देश की सामाजिक विभाजन, वैमनस्यता के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भावना और मानव सशक्तिकरण की भावना को और अधिक मजबूत एवं सशक्त करने की जरूरतों को याद दिलाएगा। यह दिन हमें भेदभाव वैमनस्य और दुर्भावना के विष को समाप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। इसके साथ ही …
गोरखपुर। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देश की सामाजिक विभाजन, वैमनस्यता के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भावना और मानव सशक्तिकरण की भावना को और अधिक मजबूत एवं सशक्त करने की जरूरतों को याद दिलाएगा। यह दिन हमें भेदभाव वैमनस्य और दुर्भावना के विष को समाप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। इसके साथ ही एकता सामाजिक सद्भाव और मानवता एवं मानवीय संवेदनाएं इस दिन के मनाने से मजबूत होगी। उक्त बातें बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कही। मौका था गोरखपुर मंडलीय कारागार पर भारत विभाजन स्मृति दिवस का आयोजन का।
बता दें कि रविवार को गुरुकृपा संस्थान एवं मंडलीय कारागार गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत विभाजन स्मृति दिवस का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भारत सरकार पंकज चौधरी, विशिष्ट अतिथि बांसगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद कमलेश पासवान तथा अध्यक्षता कर रहे पुलिस उपमहानिरीक्षक सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग सेंटर गोरखपुर रजनीश लांबा ने सर्वप्रथम जेल में बलिदान हुए राम प्रसाद बिस्मिल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर अतिथियों ने पुष्प अर्पित करने के पश्चात उन्हें नमन किया एवं देश की आजादी में अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले अमर बलिदानी यों को श्रद्धांजलि दी।
इसके पूर्व मुख्य अतिथि पंकज चौधरी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद जिला कारागार के जवानों ने भारत सलामी दी वह बलिदान स्मारक पर पहुंचकर भारत के अमर सपूतों को नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने उपस्थित लोगों ने वंदे मातरम भारत माता की जय वीर सपूत अमर रहे के नारों से समूचा प्रांगण गुंजायमान कर दिया। आयोजन के क्रम में अतिथियों ने आम और आवलें के वृक्ष का पौधारोपण किया। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि हम गुरुकृपा संस्थान के कर्ता धर्ता बृजेश राम त्रिपाठी और इनके पूरी टीम को बधाई देता हूं कि जिन्होंने प्रधानमंत्री जी की सोच को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
विशिष्ट अतिथि सांसद कमलेश पासवान ने कहा कि भारत के लोग आजादी के अमृत महोत्सव मनाते हुए देश के उन परिवारों, पुत्र, पुत्रियों को नमन करते हैं जिन्होंने भारत के बंटवारे के दौरान अपने प्राण गवांए थे। उनके त्याग व बलिदान को जब भी याद किया जाता है तो आखें नम हो जाती हैं।
अध्यक्षता कर रहे पुलिस उपमहानिरीक्षक सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल रजनीश लांबा ने कहा कि भारत – पाकिस्तान का बंटवारा किसी विभीषिका से कम नहीं है इसकी दर्द से आज भी हजारों परिवार एवं देश गुजर रही है। देश के हजारों लाखों लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर ब्रिटिश शासन से देश को आजादी दिलाई थी। लेकिन देश की आजादी के साथ ही देश का बंटवारा भी हुआ था और पाकिस्तान अस्तित्व में आया था। बंटवारे से पहले पाकिस्तान जैसे देश का कोई नामोनिशान नहीं था। यह अंग्रेजों की एक सोची समझी साजिश थी जिसके फलस्वरूप भारत को 2 देशों में बांटा गया था।
इस अवसर पर आर.एन गुप्ता पूर्व प्रधानाचार्य, विष्णु प्रताप सिंह प्रधानाचार्य, अनिरूद्ध पांडेय एडवोकेट, रमेशचंद्र तिवारी, अंजनी शुक्ला, चन्द्रेश्वर सिंह, बजरंगी दूबे, संजय त्रिपाठी, प्रेमनाथ सिंह, अमिता गुप्ता, चंचला शुक्ला, रानी मिश्रा, चंदा सिन्हा, राहुल मिश्रा, विशाल मिश्रा, अवनीश मणि त्रिपाठी, प्रवीन श्रीवास्तव, राणा प्रताप सिंह, कृष्ण मोहन त्रिपाठी, प्रदीप त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी, मंतालाल यादव, कीर्तन त्रिपाठी, शिवेंद्र पांडेय, के.एन.चौबे, बादशाह सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें:-स्मृति दिवस : दर्द की दास्तान को खुद महसूस किया सरकार ने, प्रेरक रूप में लोगों तक पहुंचेगी