बिहार चुनाव: दूसरे चरण के 34 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले

बिहार चुनाव: दूसरे चरण के 34 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मैदान में डटे 1463 उम्मीदवारों में से 34 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। एक गैर सरकारी संगठन ने इसकी जानकारी दी है। चुनाव संबंधी गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि करीब 27 प्रतिशत …

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मैदान में डटे 1463 उम्मीदवारों में से 34 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। एक गैर सरकारी संगठन ने इसकी जानकारी दी है। चुनाव संबंधी गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि करीब 27 प्रतिशत और कुल 389 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। ये गंभीर मामले गैर जमानती अपराध हैं और इसमें पांच साल से ​अधिक की सजा हो सकती है।

इसके अनुसार कुल 502 उम्मीदवार और 34 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 34 फीसदी और 495 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति करोड़ों में बताई है जबकि तीन उम्मीदवारों ने कहा है कि उनके पास कोई संपत्ति नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल के 56 उम्मीदवारों में से 64 प्रतिशत तथा 36 उम्मीदवारों ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है और 50 फीसदी अथवा 28 उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामले बताए हैं।

इसमें कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी के 46 उम्मीदवारों में से 29 ने आपराधिक मामले जबकि 20 ने गंभीर आपराधिक मामले अपने हलफनामे में बताए हैं। इसमें कहा गया है कि इसी प्रकार लोक जनशक्ति पार्टी के 52 उम्मीदवारों में से 28 ने आपराधिक मामले जबकि 24 ने गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।

कांग्रेस के 24 उम्मीदवारों में से 14 ने, बसपा के 33 में से 16 ने तथा जद (यू) के 43 में से 20 उम्मीदवारों ने अपने अपने हलफनामे में आपराधिक मामलों की घोषणा की है। इसमें कहा गया है कि इसी प्रकार बसपा के 14, कांग्रेस के 10 तथा जद (यू) के 15 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।