बरेली: फंसाने के लिए बच्चों को भी हथियार बना रहे कई परिवार, पॉक्सो एक्ट के मामले भी निकल रहे फर्जी
बरेली, अमृत विचार। दुष्कर्म, छेड़खानी, जानलेवा हमले जैसे गंभीर आरोप लगाकर फंसाने के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। कई मामलों में तो आरोपी की लोकेशन तक जिले में नहीं मिली। लोगों को फंसाने के लिए बच्चों को भी हथियार बना रहे हैं, क्याेंकि अब पॉक्सो एक्ट के मामले भी झूठे निकल रहे हैं। पुलिस …
बरेली, अमृत विचार। दुष्कर्म, छेड़खानी, जानलेवा हमले जैसे गंभीर आरोप लगाकर फंसाने के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। कई मामलों में तो आरोपी की लोकेशन तक जिले में नहीं मिली। लोगों को फंसाने के लिए बच्चों को भी हथियार बना रहे हैं, क्याेंकि अब पॉक्सो एक्ट के मामले भी झूठे निकल रहे हैं। पुलिस ने बीते दो सालों में ऐसे कई मामलों में अंतिम रिपोर्ट लगाई है।
2021 में जिले में पॉक्सो एक्ट के 164 मामले दर्ज किए गए। विवेचकों ने जब उनकी जांच की तो पांच मामलों को खारिज कर दिया गया। वहीं पुलिस ने 25 मामलों में अंतिम रिपोर्ट लगा दी। इसके साथ ही पुलिस ने इन दर्ज मामलों में 132 मुकदमों में आरोप पत्र दाखिल किया। जांच में पता चला कि कई मामले रंजिशन दर्ज करा दिए गए थे। इनमें कुछ ऐसे लोगों के नाम भी शामिल थे जो उस समय जिले में ही मौजूद नहीं थे। वहीं 2022 में मई तक पॉक्सो एक्ट के 90 मामले दर्ज किए गए। इसमें से पुलिस ने 52 मामलों में आरोप पत्र दाखिल कर दिया और 13 मामलों में अंतिम रिपोर्ट कोर्ट में भेज दी।
रिपोर्ट दर्ज करने के बाद साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाती है। जिन मामलों में साक्ष्य संकलन नहीं हो पाता है, उनमें अंतिम रिपोर्ट लगा दी जाती है।- सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी।
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