अयोध्या : कृषि विश्वविद्यालय के 2 शिक्षकों में हाथापाई, एक निलंबित

अयोध्या : कृषि विश्वविद्यालय के 2 शिक्षकों में हाथापाई, एक निलंबित

अयोध्या । कुमारगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय परिसर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा प्रबंधक कक्ष में विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों के बीच हाथापाई व मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। घटना के बाद दोनों शिक्षकों ने कुमारगंज पुलिस को तहरीर दी है। गुरुवार की शाम करीब 7 बजे अधिष्ठाता छात्र …

अयोध्या । कुमारगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय परिसर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा प्रबंधक कक्ष में विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों के बीच हाथापाई व मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। घटना के बाद दोनों शिक्षकों ने कुमारगंज पुलिस को तहरीर दी है।

गुरुवार की शाम करीब 7 बजे अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. डी नियोगी विश्वविद्यालय परिसर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के प्रबंधक भास्कर पांडे के कार्यालय कक्ष में बैठे हुए थे। इसी बीच विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. रमेश प्रताप सिंह भी वहां पहुंच गए।

डॉ. रमेश का आरोप है कि शाखा प्रबंधक के सामने उनके विरुद्ध प्रचलित एक जांच प्रकरण को लेकर डॉ. डी नियोगी उनसे बिना पैसे के जांच कमेटी द्वारा उनके पक्ष में रिपोर्ट प्रेषित ना किए जाने की बात कही। उनका आरोप है कि अधिष्ठाता छात्र कल्याण जांच कमेटी के सदस्य हैं और उन्होंने 2 लाख रुपए सुविधा शुल्क की मांग की, जिसे सुनकर वह अवाक रह गए। दोनों लोगों में वार्ता होते होते कहासुनी और हाथापाई तक पहुंच गई।

बैंक में मौजूद शाखा प्रबंधक सहित अन्य कर्मियों ने बीच बचाव किया। उधर, डॉ. डी नियोगी का आरोप है कि डॉ रमेश ही उनसे भिड़ गए थे। घटना के बाद विश्वविद्यालय के सुरक्षा प्रभारी राजेश कुमार सिंह अधिष्ठाता छात्र कल्याण को शिकायती पत्र के साथ लेकर थाने पहुंचे और सहायक प्राध्यापक के खिलाफ मुकदमा कायम कराए जाने के लिए तहरीर दी। दोनों पक्षों से तहरीर मिलने के बावजूद कुमारगंज पुलिस ने किसी भी पक्ष का कोई मुकदमा नहीं दर्ज किया है। थानाध्यक्ष वीर सिंह का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही मामले में प्राथमिकी कायम की जाएगी।

वहीं दूसरी ओर निलंबित किए गए सहायक प्राध्यापक डॉ रमेश प्रताप सिंह का कहना है कि उनके विरुद्ध गबन का मुकदमा बीते वर्ष 2019 में कायम हुआ था, जिसमें कई जांच एजेंसियों ने जांच भी की और अंतिम रिपोर्ट न्यायालय को प्रेषित की थी। उधर विश्वविद्यालय प्रशासन भी जांच कमेटी गठित कर बीते 2 वर्ष से जांच करवा रहा है।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने आनन-फानन में त्वरित निर्णय लेते हुए सहायक प्राध्यापक डॉ रमेश प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है ,उन्होंने निलंबित किए गए सहायक प्राध्यापक आजमगढ़ कृषि महाविद्यालय कोटवा से संबद्ध भी कर दिया है।

कुलपति के आदेश के क्रम में विश्वविद्यालय के निदेशक प्रशासन एवं परिवीक्षण डॉ ए के सिंह ने उक्त आशय का आदेश भी शुक्रवार को जारी कर दिया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह से जब दूरभाष पर संपर्क कर समूचे घटनाक्रम के बारे में जानकारी चाही तो वह मीटिंग का हवाला देकर कन्नी काट गए।

यह भी पढ़ें : अयोध्या: अवध विश्वविद्यालय ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन तिथि बढ़ाई