अयोध्या: रामनवमी के लिये श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी और जिला प्रशासन की हुई संयुक्त बैठक

अयोध्या। जिले में 10 अप्रैल रामलला के जन्मोत्सव के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने वाली है। जिसको लेकर जिला प्रशासन और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सतर्क हो गया है। इस साल राम मंदर के निर्माण को देखते हुए 15 से 20 लाख भक्तों के आने की उम्मीद की जा रही है। अयोध्या …
अयोध्या। जिले में 10 अप्रैल रामलला के जन्मोत्सव के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने वाली है। जिसको लेकर जिला प्रशासन और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सतर्क हो गया है। इस साल राम मंदर के निर्माण को देखते हुए 15 से 20 लाख भक्तों के आने की उम्मीद की जा रही है। अयोध्या राम भक्तों से पूरी तरह से भर जाएमी।
ऐसे में रामलला के श्रद्धालुओं को दर्शन में कोई समस्या ना हो इसे ध्यान में रखते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि इस साल 3 घंटे की अवधि रामलला के दर्शन को बढ़ा दी जाए।
पहले प्रथम पाली में रामलला का दर्शन सुबह 7:00 बजे शुरू होकर के पूर्वाह्न 11:00 बजे तक चलता था। 11:00 बजे भगवान की आरती होने के बाद भोग लगाकर मंदिर का पट भगवान के दोपहर विश्राम के लिए बंद कर दिया जाता था। इसके बाद अपराह्न 2:00 बजे पुनः राम लला की आरती होती थी और आम श्रद्धालुओं के लिए भगवान के पट 6:00 बजे शाम तक दर्शन के लिए खुल जाते थे।
अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस ऐतिहासिक समयावधि में बदलाव किया है। अब राम लला का दर्शन सुबह 6:00 बजे शुरू होकर 11:30 बजे दिन तक चलेगा और दूसरी बेला में 2:00 बजे से शुरू होकर के देर शाम 7:30 बजे तक चलेगा। रामनवमी के पहले दिन तीन अप्रैल से रामलला के दर्शन समय अवधि में बदलाव किया जाएगा, जो रामनवमी तक चलेगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि रामलला के मंदिर में दर्शन के लिए 2 शब्दों में दर्शनार्थी जाते हैं। प्रातः 7:00 बजे से 11:00 बजे तक रामलला का दर्शन होता है। सेकंड शिफ्ट में दोपहर 2:00 बजे से 6:00 बजे तक रामलला का दर्शन आम जनमानस को मिलता है।
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