लखनऊ: बारिश के पानी में बहने लगा विकास के नाम का भ्रष्टाचार, क्या कहते हैं जिम्मेदार

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब विकासखंड क्षेत्र में पंचायतों का गठन होने के बाद विकास के नाम पर भ्रष्टाचार गांव की नालियों में बहने लगा है। बीकेटी के ग्राम पंचायत गोधना में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां गांव में काफी समय से जल निकासी ने होने से ग्राम पंचायत वासियों …
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब विकासखंड क्षेत्र में पंचायतों का गठन होने के बाद विकास के नाम पर भ्रष्टाचार गांव की नालियों में बहने लगा है। बीकेटी के ग्राम पंचायत गोधना में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां गांव में काफी समय से जल निकासी ने होने से ग्राम पंचायत वासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में जलभराव की निकासी के लिए सरकारी विद्यालय के किनारे से नाली बनाई गई परंतु निर्माण के 4 दिन बाद ही बरसात में पानी के साथ ही ये नालियां भी ढह गई। जब इस मामले की शिकायत सीडीओ से की गई तो सीडीओ ने जांच के निर्देश दे कर अपना पल्ला झाड़ लिया। बता दें कि बीकेटी ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर आ रहे सरकारी धन का दुरुपयोग लंबे समय से किया जा रहा है।
ताजा मामला गोधना ग्राम पंचायत का है यहां विकास के नाम पर बनाई गई नाली बरसात होते ही ढह गई और भ्रष्टाचार की पोल खुलकर सामने आ गई बता दें कि पानी निकलने के लिए बनाई गई नाली की बुनियाद न्यू में गिट्टी डालने की जगह पर पुरानी ईटो के टुकड़े बिछा दिए गए जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बीडियो से की तो आनन-फानन में नाली का निर्माण शुरू करा दिया गया परंतु 4 दिन पहले हुई हल्की बारिश में नाली की दीवारें ढह गई। नाली में सरकारी पैसे को भी पानी में बहाने का काम ठेकेदार और अवर अभियंता ने किया। गोधना गांव में बन रही नाली निर्माण राज्य वित्त की धनराशि ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अवर अभियंता आशुतोष की निगरानी में कराया जा रहा था।
नाली ढह जाने के बाद भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री अवधेश प्रताप सिंह के साथ ग्रामीणों ने सीडीओ से शिकायत कर नाली निर्माण में दोयम दर्जे की निर्माण सामग्री लगाने की बात कहीं इस पर सीडीओ अश्वनी कुमार पांडे ने बीकेटी की बीडियो को इस मामले की जांच के निर्देश दिए। बीडियो पूजा सिंह ने बताया कि गोधना में नाली निर्माण की उन्होंने जांच की है जांच में निर्माण गुणवत्ता पूर्ण नहीं पाया गया। इसकी तकनीकी जांच रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। वहीं अगर बात करें विकासखंड के ग्राम पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों को लेकर तो कहीं ना कहीं एक प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी है।