बरेली: डोंगल से भुगतान में फर्जीवाड़ा की आशंका पर बदली व्यवस्था

बरेली: डोंगल से भुगतान में फर्जीवाड़ा की आशंका पर बदली व्यवस्था

बरेली, अमृत विचार। शासन ने ग्राम निधि खाते में डोंगल से भुगतान में फर्जीवाड़े की आशंका पर बड़ा बदलाव किया है। नई व्यवस्था के तहत शासन से सीधे मनरेगा की तर्ज पर पीएफएमएस (पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम) से भुगतान होगा। केंद्र व प्रदेश सरकार की चल रहीं अधिकांश योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी तक पहुंचे, …

बरेली, अमृत विचार। शासन ने ग्राम निधि खाते में डोंगल से भुगतान में फर्जीवाड़े की आशंका पर बड़ा बदलाव किया है। नई व्यवस्था के तहत शासन से सीधे मनरेगा की तर्ज पर पीएफएमएस (पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम) से भुगतान होगा।

केंद्र व प्रदेश सरकार की चल रहीं अधिकांश योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी तक पहुंचे, इसलिए पीएफएमएस को लागू किया था। सबसे पहले इसकी शुरुआत मनरेगा (महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना) से हुई थी। कुछ समय बाद पेंशन, प्रधानमंत्री आवास के लिए भी इसका उपयोग किया जाने लगा।

अब नए प्रधानों को कमान मिलने के बाद पंचायतीराज विभाग इस सिस्टम को लागू करने जा रहा है। इसके तहत ग्राम पंचायत निधि प्रथम, राज्य वित्त और 14वें वित्त का खाता पहले ही ऑनलाइन किया जा चुका है। अब ग्राम पंचायत निधि छह का खाता भी ऑनलाइन किया जा रहा है।

इसके लिए ग्राम पंचायतों के खातों का विवरण जुटाया जा रहा है। विभागीय सूत्रों की मानें तो शासन ने ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मनरेगा के बाद अब अन्य योजनाओं का भुगतान भी ऑनलाइन कराने की योजना बनाई है।

ग्राम पंचायतों से यह मांगी गई जानकारी
ग्राम निधि का खाता पीएफएमएस पोर्टल पर ऑनलाइन करने के लिए ग्राम पंचायतों को 16 बिंदुओं पर जानकारी देनी है। इसमें ग्राम पंचायत का एलजीडी कोड, जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत, ग्राम पंचायत सचिव का नाम, ग्राम प्रधान का नाम, सेक्रेटरी का मोबाइल नंबर, ग्राम प्रधान का मोबाइल नंबर, ग्राम निधि छह के लिए बैंक नाम, बैंक शाखा का पता, खाता नंबर, आइएफएससी कोड, ग्राम पंचायत का पता, पिन कोड और ग्राम पंचायत की ईमेल आइडी देना होगा।

फर्जी भुगतान पर ऐसे लगेगा अंकुश
पीएफएमएस से भुगतान की व्यवस्था शुरू होने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि ग्राम पंचायतें पुरानी तारीख में चेक काटकर फर्जी भुगतान नहीं कर सकेंगी। इस पर अंकुश लगाने को ग्राम प्रधान और सचिवों के डिजिटल हस्ताक्षर वाले डोंगल बनाए जा रहे हैं जिससे पीएफएमएस पोर्टल के जरिए समय से भुगतान होगा। इससे न केवल फर्जी भुगतान पर लगाम लगेगी, बल्कि चेक क्लियर होने में लगने वाले समय से भी निजात मिलेगी। खाता संचालन में भी पारदर्शिता आएगी।

डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पीएफएमएस सिस्टम के जरिए ग्राम पंचायतों का समस्त खाता ऑनलाइन होने से खाते में भेजी गई धनराशि व निकाली गई धनराशि का विवरण तुरंत मिल जाएगा। जांच के दौरान ग्राम पंचायत का समस्त विवरण पहले से उपलब्ध रहेगा।

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