बरेली: निलंबित होना चाहिए मनीषा गैस का लाइसेंस
बरेली, अमृत विचार। हर बार की तरह इस बार भी कार्रवाई कर्मचारी पर ही हुई। ठीक वैसे ही जैसे घटतौली मामले में पेट्रोल पंप का सेल्समैन गिरफ्तार हुआ। मैनेजर या मालिक फरार, जिन्हें बाद में भी नहीं पकड़ा जाता। ताजा घटना मनीषा गैस के गोदाम इंचार्ज श्रीवास्तव को निलंबित करने की है। अमृत विचार ने …
बरेली, अमृत विचार। हर बार की तरह इस बार भी कार्रवाई कर्मचारी पर ही हुई। ठीक वैसे ही जैसे घटतौली मामले में पेट्रोल पंप का सेल्समैन गिरफ्तार हुआ। मैनेजर या मालिक फरार, जिन्हें बाद में भी नहीं पकड़ा जाता। ताजा घटना मनीषा गैस के गोदाम इंचार्ज श्रीवास्तव को निलंबित करने की है।
अमृत विचार ने उठाया था मुद्दा
अमृत विचार में 5 जुलाई को प्रकाशित ‘वैज्ञानिक की शिकायत पर मनीषा गैस को इंडेन अफसरों की फटकार’ शीर्षकीय खबर पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है। प्रस्तुत खबर में भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर मुम्बई में कार्यरत राजपत्रित अधिकारी वैज्ञानिक अक्षत कक्कड़ द्वारा इण्डेन रिफिल में की गई घटतौली की शिकायत पर इंडेन अधिकारियों ने तत्काल कार्यवाही करते हुए मनीषा गैस के मैनेजर मनीष को लताड़ा था। अक्षत कक्कड़ बिहारीपुर टंडन बाड़ा निवासी वरिष्ठ पत्रकार गोपाल विनोदी के पुत्र हैं। यह स्पष्ट होने के बाद भी कि घटतौली की गई, इंडेन अधिकारियों ने न तो मनीष के खिलाफ एफआईआर कराई न मनीषा गैस का लाइसेंस सस्पेंड करने की कार्यवाही हुई।
खबर का हुआ था असर
अमृत विचार की खबर का इतना असर हुआ कि खबर प्रकाशित होते ही सभी गैस एजेंसियों के प्रबंधकों और मालिकों ने आपात बैठक बुलाई क्योंकि घटतौली में और भी शामिल हैं। समस्या सिर्फ इंडेन की नहीं है। भारत गैस एजेंसियां भी यही कर रही हैं। आश्चर्य तो यह है कि खबर में उल्लेख के बाद भी इंडेन अधिकारी नेकपुर में उस स्थल पर जांच को नहीं पहुंचे जहां रिक्शा चालक हर्ष पाल ने गैस निकाले जाने का उल्लेख किया था। खबर छपने के बाद हर्ष पाल फरार हो गया है। खबर में बिहारीपुर के हलवाईयों व अन्य दुकानदारों का भी उल्लेख था जिन्हें गैस एजेंसियों द्वारा घरेलू सिलेंडर दिए जाते हैं, उन पर भी छापा नहीं मारा।
शिकायत वापस लेने का बना रहे दबाव
अलबत्ता तीन दिन में दो बार पत्रकार गोपाल विनोदी के घर मनीषा गैस के गुर्गे चक्कर लगाकर शिकायत वापस लेने को कहते रहे। बीते दिन इंडेन की ओर से भेजी गई सपना शर्मा ने पीड़ित परिवार के बयान कलम बंद किए। सपना को गोपाल विनोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने जब कनेक्शन लिया था तब उन्हें जबरन अगरबत्ती पैन सैट आदि दिया गया जिसकी शिकायत मालकिन ज्योति शर्मा से की गई तो वह टाल गईं। हाट प्लेट का बिल देने के बाद भी उनसे 150 रुपए बिना रसीद के लिए गए और कहा गया कि आदमी इंक्वायरी के लिए जाएगा। जो आज तक नहीं आया।
इंडेन अधिकारी सख्त कदम उठाएं
सपना से गोपाल विनोदी ने यह भी कहा कि इंडेन अधिकारी सख्त कदम उठाएं। इंडेन और भारत गैस के अधिकारियों को गैस माफिया से सही ढंग से निपटना होगा। जिलाधिकारी इस समस्या को संज्ञान में लेकर एलआईयू को लगाकर गोदाम से उपभोक्ता के घर तक पड़ने वाले घटतौली के स्थलों का पता लगाकर कार्यवाही करें तो चोरी में शामिल प्रबंधकों और मालिकों का खेल उजागर हो जाएगा।