बरेली: विभागीय जांच शुरू, बर्खास्त होगा ठगी करने वाला सिपाही

बरेली, अमृत विचार। ठगों के साथ मिलकर सस्ता सोना बेचने के नाम पर खेल करने वाले सिपाही की विभागीय जांच शुरू हो गई है। जांच के बाद सिपाही को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस ने गैंग के दो अन्य लोगों से 100 ग्राम सोना बरामद कर जेल भेज दिया है। …
बरेली, अमृत विचार। ठगों के साथ मिलकर सस्ता सोना बेचने के नाम पर खेल करने वाले सिपाही की विभागीय जांच शुरू हो गई है। जांच के बाद सिपाही को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस ने गैंग के दो अन्य लोगों से 100 ग्राम सोना बरामद कर जेल भेज दिया है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कितने और लोगों को इस गैंग ने निशाना बनाया था।
शास्त्री नगर निवासी सर्राफ सुभाषचंद्र को मेरठ के रहने वाले चंदपाल शर्मा उर्फ अनिल शर्मा ने बताया था कि उनकी पहचान का एक बड़ा व्यापारी है, जो सोने की ब्रेड का काम करता है। वह उसे सस्ते में सोना दिला देगा। चंदपाल ने सुभाषरचंद्र और उनके बेटे से किच्छा के रविद्र सिंह से मुलाकात कराई।
रविंद्र ने सर्राफ को अपने साथी के साथ पलिया बुलाया और बाद में एटीएस की रेड बताकर उनसे 40 लाख रुपये ठग लिये। पुलिस ने इस मामले में चंद्रपाल वर्मा, रविद्र कुमार, अहिबाब, मोहम्मद इकबाल, इरशाद, शरीफ समेत सिपाही बृजेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था।
शनिवार को चंद्रपाल और इकबाल को छोड़कर बाकी पांचों को जेल भेज दिया गया था। मामले ने तूल पकड़ा तो राजेंद्रनगर के डीडीपुरम निवासी विवेक अग्रवाल, संजीव गुप्ता और सुबोध अग्रवाल निवासी चाहबाई ने प्रेम नगर पुलिस से शिकायत की कि आरोपियों ने उन्हें भी नंवबर में इसी तरीके से झांसा देकर एटीएस की दबिश बताकर 18 लाख रुपये की ठगी की थी।
पुलिस ने रविवार को चंद्रपाल और इकबाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस को दोनों के पास से 100 ग्राम सोना मिला था। पुलिस ने इस मामले में सिपाही की विभागीय जांच शुरू कर दी है। जल्द ही उसके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा सकती है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि ठगों को रिमांड में लेकर पुलिस पूछताछ करेगी। इसके साथ ही सिपाही की विभागीय जांच की जा रही है। जल्द ही उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सकती है।