हरदोई: जिला पंचायत सदस्यों में उत्साह, बीस साल बाद होगा मतदान, जानें वजह

हरदोई। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में इस बार भाजपा व सपा में सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। जिले में बीस साल बाद पहली बार ऐसा मौका आया है जब जिला पंचायत सदस्यों को अपने मताधिकार का मौका मिलेगा। गौरतलब हो कि आज मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद …

हरदोई। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में इस बार भाजपा व सपा में सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। जिले में बीस साल बाद पहली बार ऐसा मौका आया है जब जिला पंचायत सदस्यों को अपने मताधिकार का मौका मिलेगा। गौरतलब हो कि आज मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के नाम वापसी थी, लेकिन किसी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया। नाम वापसी के बाद अब भाजपा की प्रेमावती व सपा की मुन्नी देवी के बीच सीधा मुकाबला होगा। खास बात यह है कि जिले में जिला पंचायत सदस्यों को बीस वर्षों बाद पहली बार मताधिकार का मौका मिलेगा।

गौरतलब हो कि जिले में बीस वर्षों से जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव ही नहीं हो रहा था। यहां पर प्रत्येक बार निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष हो जाता था जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बीस वर्ष पहले पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल के भाई मुकेश अग्रवाल निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। अगली पंचवर्षीय में वह दोबारा निर्विरोध अध्यक्ष बने । तीसरी बार उनकी पत्नी कामनी अग्रवाल निर्विरोध अध्यक्ष बनी थी । गत पंचायत चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद पिछड़ी जाति महिला के लिए आरक्षित हो गया था।

लेकिन इस बार भी नरेश अग्रवाल के परिवार से ही पिछड़ी जाति की प्रत्याशी मीरा गुप्ता जिला पंचायत के अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुई। इस पंचायत चुनाव में यह पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित हो गया। इस बार निर्विरोध पंचायत अध्यक्ष नहीं बन सकता बल्कि जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए तीन जुलाई को जिले में मतदान होगा। इस बार जिला पंचायत सदस्य इस बात को लेकर काफी उत्साहित हैं कि उन्हें मताधिकार का मौका मिलेगा दोनों प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्यों को रिझाने में लगे हुए हैं।