लालकुआं: निजी स्कूल टीचर पर नाबालिग छात्र से कुकर्म का आरोप

लालकुआं, अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र में स्कूल टीचर द्वारा छात्र से कुकर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जहां गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने छात्र के चिकित्सकीय जांच कराने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। पटेलनगर घोड़ानाला बिन्दुखत्ता निवासी 16 वर्षीय किशोर …
लालकुआं, अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र में स्कूल टीचर द्वारा छात्र से कुकर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जहां गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने छात्र के चिकित्सकीय जांच कराने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
पटेलनगर घोड़ानाला बिन्दुखत्ता निवासी 16 वर्षीय किशोर बेरीपड़ाव के एक निजी स्कूल में पढ़ता है। पीड़ित किशोर के परिजनों का कहना है कि विगत वर्ष 2019 से वहां पर कार्यरत पीटीआई टीचर पढ़ाई के बहाने छात्र से व्हाट्सएप में चैटिंग करने लगा। धीरे-धीरे वह किशोर से अश्लील बातें करने लगा। आरोप है कि मार्च 2020 में आरोपी टीचर ने पीड़ित छात्र को लाइब्रेरी में बुलाया और उसके साथ अश्लील हरकत की। इसके बाद आरोपी पीड़ित छात्र को लगातार व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजता रहा।
जब छात्र अत्यधिक परेशान हो गया तो उसने गत दिवस परिजनों को पूरी व्यथा सुनाई। जिसके बाद परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर मामले की तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी टीचर के खिलाफ आईपीसी की धारा 377 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। जबकि छात्र की चिकित्सकीय जांच की कार्रवाई शुरू शुरु कर दी है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार का कहना है कि पुलिस ने मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।
छात्र के परिजनों ने घर जाकर लगाई टीचर की पिटाई
लालकुआं। छात्र के साथ की गई अश्लीलता का पता चलने पर उसके परिजन बेरीपड़ाव निवासी स्कूल टीचर के घर पहुंच गए। जहां पर उन्होंने जोरदार हंगामा किया। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने आवेश में आकर आरोपी टीचर की पिटाई भी लगा दी।
निजी स्कूल के प्रबंधक ने कहा 2018 में ही टीचर ने छोड़ दिया था स्कूल
लालकुआं। बेरीपड़ाव स्थित निजी स्कूल के प्रबंधक का कहना है कि आरोपी शिक्षक ने अक्टूबर 2018 में ही उनके विद्यालय से इस्तीफा दे दिया था। तब से आरोपी अध्यापक का विद्यालय परिवार से कोई भी संबंध नहीं है। उनके विद्यालय में इसके पुख्ता प्रमाण भी मौजूद है।