यूपी: बुलंदशहर और बरेली को भी मिली कोरोना कर्फ्यू से छूट, अब तक 67 जिलों को पाबंदियों से राहत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया के तहत शनिवार को प्रदेश के 2 जिलों में कोरोना गाइडलाइन के अनुसार छूट दी है। कोरोना के कम होते संक्रमण दर को देखते हुए अब बरेली और बुलंदशहर को भी आंशिक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी गई है। इन जिलों में …
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया के तहत शनिवार को प्रदेश के 2 जिलों में कोरोना गाइडलाइन के अनुसार छूट दी है। कोरोना के कम होते संक्रमण दर को देखते हुए अब बरेली और बुलंदशहर को भी आंशिक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी गई है। इन जिलों में भी कोविड के सक्रिय मामले 600 से कम हो गए। अब राहत पाने वाले जिलों की कुल संख्या 67 हो गई है। दो दिवसीय प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बंदी के समाप्त होने के बाद सोमवार से इन दोनों जिलों को भी सप्ताह में पांच दिन सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी जाएगी। इन जिलों में साप्ताहिक व रात्रिकालीन बंदी सहित अन्य सभी कोविड प्रोटोलाल लागू रहेंगे।
सीएम योगी ने टीम-9 के अफसरों के साथ की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के साथ बैठक में कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 67 जिलों में कुल एक्टिव केस की संख्या 600 से कम हो गई है। रिकवरी की स्थिति को देखें तो सोमवार तक चार-पांच और जिलों के भी 600 एक्टिव केस से कम की श्रेणी में आने की संभावना है। देश में सबसे ज्यादा कोविड टेस्ट करने वाले उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल के तीन लाख 10 हजार 783 मरीजों की पीक की स्थिति के सापेक्ष आज 36 दिवस के बाद 94 फीसद की गिरावट हो चुकी है। वर्तमान में 19,438 कोरोना केस एक्टिव हैं। हमारी रिकवरी दर 97।6 फीसद हो गई है।
24 घंटों में 1,092 नए केस आए सामने
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक पांच करोड़ 10 लाख 32 हजार 967 कोविड टेस्ट किए गए हैं। विगत 24 घंटे में प्रदेश में कोविड टेस्ट पॉजिटिविटी दर मात्र 0।4 फीसद रही। बीते 24 घंटों में 1,092 नए मरीज पाए गए हैं। इसी अवधि में 4,346 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। इस तरह अब तक कुल 16 लाख 56 हजार 763 प्रदेशवासी कोरोना से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
निराश्रित बच्चों के पालन पोषण के लिए मिलेंगे चार हजार रुपये
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से जिन बच्चों के माता-पिता का निधन हो गया है, ऐसे निराश्रित व अनाथ बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा-दीक्षा के लिए सरकार ने ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ की शुरुआत की है। इन बच्चों के लिए चार हजार रुपये प्रति माह, उन्हें बाल संरक्षण गृहों में रखने की व्यवस्था की गई है।
कोई भी पात्र बच्चा इस योजना से वंचित न रहे, इस संबंध में संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की आयु से अधिक के ऐसे किशोर जिनके माता-पिता दोनों का कोरोना के कारण असमय देहांत हो गया है, उनकी पढ़ाई की व्यवस्था की जाए। इन बच्चों को अभ्युदय योजनांतर्गत टैबलेट और लैपटॉप भी दिया जाए।