हल्द्वानी: जेल कर्मियों पर दर्ज होगी हत्या की रिपोर्ट
हल्द्वानी, अमृत विचार। सीजेएम की अदालत ने बंदी की मौत के मामले में जेल कर्मियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। काशीपर के कुंडेश्वरी निवासी छेड़छाड़ के आरोपी की हल्द्वानी जेल आने के बाद संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि जेल कर्मियों की …
हल्द्वानी, अमृत विचार। सीजेएम की अदालत ने बंदी की मौत के मामले में जेल कर्मियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। काशीपर के कुंडेश्वरी निवासी छेड़छाड़ के आरोपी की हल्द्वानी जेल आने के बाद संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि जेल कर्मियों की पिटाई के चलते बंदी की मौत हुई।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमएम पांडे ने पीड़ित पक्ष के प्रार्थना पत्र और इस पर जांच आख्या के अवलोकन के बाद हल्द्वानी पुलिस को हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। अदालत की ओर से सोमवार को यह आदेश जारी हुआ। पीड़ित पक्ष ने जेल कर्मी देवेंद्र प्रसाद यादव, कृति नैनवाल, देवेंद्र रावत, हरीश रावत को हत्यारोपी बताया है। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि अदालत का आदेश मिलते ही रिपोर्ट दर्ज कर ली जाएगी।
बंदी की हल्द्वानी जेल आने के बाद हुई थी मौत
इस वर्ष पांच मार्च को पत्नी भारती की शिकायत पर प्रवेश को काशीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। प्रवेश पर नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ का आरोप था। कोर्ट के आदेश के बाद आरोपी को हल्द्वानी जेल में दाखिल करा दिया। छह मार्च को जेल में प्रवेश की हालत बिगड़ी, अस्पताल लाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इस मामले में 13 मार्च को नाटकीय मोड़ तब आया जब जेल से जमानत पर रिहा एक बंदी राहुल श्रीवास्तव ने भारती को प्रवेश के साथ जेल में पिटाई की जानकारी दी। इसके बाद मृतक के परिजनों ने जेल कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर काशीपुर में प्रदर्शन के साथ ही हल्द्वानी पुलिस से शिकायत भी की थी। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर न्यायालय की शरण ली।
जेल कर्मियों ने अधीक्षक के खिलाफ खोला था मोर्चा
जेल कर्मियों पर हत्या का आरोप लगने के बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक के खिलाफ मोर्चा खुल गया था। जेल कर्मियों ने अधीक्षक पर षडयंत्र रच हत्या के मामले में फंसाने के प्रयास का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि अधीक्षक की शह पर ही जमानत पर छूटे कैदी ने मृतक की पत्नी के साथ मिलकर दुर्भावनापूर्ण तरीके से जेल कर्मियों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने का षडयंत्र किया। तब विरोध स्वरूप जेल कर्मियों ने हड़ताल भी कर दी थी। इसके साथ ही उन्होंने अधीक्षक पर भ्रष्टाचार और उत्पीड़न संबंधी आरोप भी लगाए। जेल कर्मियों की हड़ताल के बाद अधीक्षक का नैनीताल स्थानांतरण कर दिया गया।