ऐसे मजबूत होगा इम्यून सिस्टम, तो आपके लाडले के पास नहीं भटकेगा कोरोना

ऐसे मजबूत होगा इम्यून सिस्टम, तो आपके लाडले के पास नहीं भटकेगा कोरोना

इस समय कोरोना की दूसरी लहर चल रही है, संक्रमण की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले करीब चार गुना तेज है। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर बच्चों के लिए अधिक घातक सिद्ध हो रही है। ऐसे में अपने बच्चे को सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती हो सकती है। चिकित्सकों के अनुसार अगर बच्चों …

इस समय कोरोना की दूसरी लहर चल रही है, संक्रमण की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले करीब चार गुना तेज है। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर बच्चों के लिए अधिक घातक सिद्ध हो रही है। ऐसे में अपने बच्चे को सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती हो सकती है। चिकित्सकों के अनुसार अगर बच्चों के सोने के समय और हेल्दी डाइट पर ध्यान रखा जाएं तो उसका इम्यून सिस्टम इम्प्रूव होगा और अपने लाडले को कोरोनो जैसी महामारी से आसानी से बचाया जा सकता है।

 

क्या है इम्यून सिस्टम
इम्यून सिस्टम या प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की आंतरिक प्रतिरक्षा प्रणाली होती है जो शरीर की बाहरी खतरों से सुरक्षा करती है। जैसे ही कोई वायरस, बैक्टीरिया या रोगजनक शरीर पर आक्रमण करते हैं तो अपने आप ही यह प्रणाली सक्रिय हो जाती है और इनसे बचाव की प्रक्रिया शुरु कर देती है। बच्‍चे आसानी से इंफेक्‍शन की चपेट में आ जाते हैं क्‍योंकि बड़ों के मुकाबले उनकी इम्युनिटी पॉवर कमजोर होती है। बच्‍चों के आहार में कुछ चीजों को शामिल कर आप उनकी इम्‍यूनिटी को बढ़ा सकते हैं। बड़ों के मुकाबले बच्‍चों की इम्युनिटी पॉवर थोड़ी कमजोर होती है।

बच्चों को लेने दें खूब नींद
शोध के अनुसार अगर बच्चों की डाइड, फिजिकली एक्टीविटी और पूरी नींद लेता है तो उसकी इम्यून सिस्टम सही रहता है। नवजात शिशु से लेकर 12 महीने तक के बच्‍चे को 12 से 16 घंटे की नींद दिन में चाहिए होती है। वहीं एक से दो साल के बच्‍चे को दिन में 11 से 14 घंटे की नींद लेनी होती है। स्कूल जाने से पहले की उम्र के बच्चे (3-5 साल) – विशेषज्ञ इनके लिए 10 से 13 घंटों की नींद की सलाह देते हैं। स्कूल जाने की उम्र के बच्चे (6-13 साल) के लिए 9 से 11 घंटे नींद जरूरी होती है। 8 घंटे से कम और 14 घंटे से ज़्यादा की नींद इन बच्चों के लिए सही नहीं मानी जाती।

आज से ही डाइट में शामिल करें यह फूड
हम बच्चों से सुबह से लेकर रात तक कुछ न कुछ खाने को देते हैं जिससे उनका पेट तो भरा रहे, लेकिन कोरोना काल में अगर उनकी डाइट प्लान में कुछ खास फल-सब्जियों को शामिल कर दिया जाए तो उन्हें खाने में भी मजा आएगा और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती रहेगी। अच्छे खानपान से उनका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा तो वह इंफेक्‍शन से बचे रहेगें। बच्‍चों के दिन की शुरूआत मेवों से की जा सकती है। बादाम, अखरोट, पिस्‍ता, काजू और मूंगफली एवं बीज जैसे कि कद्दू के बीज, अलसी के बीज, चिया सीड्स और तिल के बीज प्रोटीन, हैल्‍दी फैट, फाइबर, विटामिन और खनिज पदार्थों को अच्‍छा स्रोत होते हैं।

ये विटामिन ई से भरपूर होते हैं जो कि एक महत्‍वपूर्ण एंटीऑक्‍सीडेंट है और इम्‍यूनिटी बढ़ाता है। नाश्‍ते में आंवला जरूर खिलाना चाहिए। यह बच्‍चों की इम्‍यूनिटी को भी बढ़ाता है और इंफेक्‍शन से बचाने का काम करता है। खाने में पत्तागोभी, फूलगोभी, पालक, ब्रोकली, पार्सले जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां दी जा सकती हैं जो संक्रमण से लड़ने और बचाने में मदद करती है। इनमें विटामिन ए, सी और के, कैल्शियम, आयरन, मैग्‍नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्‍च और माइक्रो न्‍यूट्रिएंट्स होते हैं। ये बीटा कैरोटीन जैसे एंटीऑक्‍सीडेंट से भी युक्‍त होती हैं जो कि इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करने के लिए जरूरी है।

कद्दू में एंटीऑक्‍सीडेंट, विटामिन-ए, विटामिन-सी, मैंगनीज, मैग्‍नीशियम और फोलेट से भरपूर होती है। कद्दू में विटामिन-ए की रोजाना की जरूरत का 245 फीसदी हिस्‍सा होता है। बच्चों को दिन में फल देना जरुरी होता है। संतरा, नींबू और अमरूद जैसे खट्टे फलों में उच्‍च मात्रा में विटामिन-सी होता है एवं यह एंटीऑक्‍सीडेंट से भी युक्‍त होता है। इसके अलावा सिट्रस फल आयरन जैसे पोषक तत्‍वों को अवशोशित करने में भी शरीर की मदद करते हैं और इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत बनाते हैं।

खुबानी को सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें एंटीऑक्‍सीडेंट पाए जाते हैं जो कि इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत बनाने और शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। यह विटामिन-ए, विटामिन-सी, पोटैशियम और प्रचुर डायट्री फाइबर से भरपूर होते हैं। दालों में प्रोटीन, फाइबर, फोलेट, आयरन, कैल्शियम, मैग्‍नीशियम, जिंक और पोटैशियम प्रचुर मात्रा में होता है। प्रोटीन पाने का ये सबसे आसान तरीका है। दालों में फाइटोकेमिल भी होते हैं जो गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। हरी मटर में ह्रदय को स्‍वस्‍थ रखने वाले पोषक तत्‍व जैसे कि विटामिन ए, बी1, बी6 और सी होता है।

ये फ्लेवेनॉएड, कैरोटीनोइड, फेनोलिक एसिड और पॉलीफेनोल जैसे एंटीऑक्‍सीडेंट से युक्‍त होते हैं। इसके अलावा एक कप मटर में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। दही में हैल्‍दी बैक्‍टीरिया होता है जो पेट को स्‍वस्‍थ रखने में मदद करता है। दही में गुड बैक्‍टीरिया या प्रोबायोटिक भी होते हैं जो बीमारियों को दूर रखते हैं। खाने में हल्दी का प्रयोग जरुर करें क्योंकि हल्‍दी में करक्‍यूमिन नामक तत्‍व होता है जिसमें एंटीमाइक्रोबियल, एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं।

सदियों से बीमारियों से लड़ने और शरीर को मजबूत बनाने के लिए हल्‍दी का इस्‍तेमाल किया जाता रहा है। अदरक में भई कई तरह के एंटी वायरल तत्व पाए जाते हैं, इसलिए अपने खाने-पीने की चीजों में इसे जरूर शामिल करें। लहसुन में भी कई तरह के एंटी वायरल तत्व पाए जाते हैं। सूप या सलाद के अलावा आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं। एक चम्मच शहद के साथ लहसुन का सेवन आपके लाडले की मजबूत इम्यून सिस्टम का राज हो सकता है।

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