बरेली: एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट फिर से होगी सक्रिय

बरेली, अमृत विचार। मानव तस्करी रोकने के लिए बनाई गई एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट एक बार फिर से सक्रिय होगी। यूनिट को एक टैबलेट और वीडियो कैमरा उपलब्ध करा दिया है। जल्द ही टीम को चार पहिया वाहन भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि टीम कहीं भी तुरंत जा सके। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट अब थाने …
बरेली, अमृत विचार। मानव तस्करी रोकने के लिए बनाई गई एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट एक बार फिर से सक्रिय होगी। यूनिट को एक टैबलेट और वीडियो कैमरा उपलब्ध करा दिया है। जल्द ही टीम को चार पहिया वाहन भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि टीम कहीं भी तुरंत जा सके। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट अब थाने में बदल चुकी है। इसका भवन भी परसाखेड़ा में बन रहा है।
मौजूदा समय में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट एसएसपी ऑफिस में बने एक कक्ष से संचालित हो रही है। इसमें एक सीओ, दो एसआई, दो महिला सिपाही और एक सिपाही तैनात हैं। अभी यूनिट के पास कोई वाहन नहीं है। जब भी मानव तस्करी या फिर बाल श्रम करने वाले बच्चों को मुक्त कराने के लिए टीम कहीं जाती है तो उसे पुलिस लाइंस से वाहन मांगना पड़ता है। टीम को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए जल्द ही वाहन भी खरीदा जाएगा।
टीम मौके पर जाकर महिला या बच्चे का डाटा एक्टिव टैबलेट के जरिए वेबसाइट में फीड करेगी और उसके फोटो से भी मिलान कर सकेगी। टैबलेट पर फोटो डालने से उसकी जल्द से जल्द पहचान कर ली जाएगी। टीम को एक वीडियो कैमरा भी दिया गया है। इससे टीम मौके पर महिला या बच्चों के बयान भी रिकार्ड कर लेगी और उनके फोटो भी खींच सकेगी। एसपी क्राइम सुशील कुमार और सीओ मो. कासिम ने टीम के लिए खरीदे गए कैमरे व टैबलेट एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को भी दिखा दिए हैं। एसएसपी ने बताया कि जल्द ही वाहन भी उपलब्ध करा दिया जाएगा।
आज से बाल श्रमिकों को मुक्त कराने का चलेगा अभियान
बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए सभी जिलों में 10 मार्च से अभियान चलाया जाएगा। शासन ने सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अपर व उप श्रम आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि पहले से ही ऐसे स्थलों का चिन्हांकन कर लिया जाए जहां बाल श्रम हो रहा है। टास्क फोर्स बनाकर छापेमारी की जाए और रोजाना सूचना दी जाए। अभियान 25 मार्च तक चलाया जाएगा।
बरेली में श्रम विभाग और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने भी इसकी तैयारी कर ली है। बच्चों के छुड़ाने की सूचना बाल श्रमिकों के लिए बने पोर्टल पेंसिल डॉट जीओबी डॉट इन पर भी फीड की जाएगी। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी सीओ मो. कासिम ने बताया कि बरेली में पिछले वर्ष 92 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया था। साथ ही 26 विवेचनाएं यूनिट में की गईं जिनमें से 22 का निस्तारण कर दिया गया है। चार में विवेचना लंबित है।