अयोध्या: प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ कर बोले जिलाधिकारी- गाइडों के लिए भविष्य में अपार संभावनाएं

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में 15 दिनों तक चलने वाले टूरिस्ट गाइड प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को समारोह पूर्वक शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण के लिए 100 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। जिसमें से पहले बैच में 50 को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है। यह कार्यक्रम नगर निगम अयोध्या व डा. राममनोहर लोहिया …
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में 15 दिनों तक चलने वाले टूरिस्ट गाइड प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को समारोह पूर्वक शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण के लिए 100 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। जिसमें से पहले बैच में 50 को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है। यह कार्यक्रम नगर निगम अयोध्या व डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय तथा पर्यटन विभाग की ओर से संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है।
अवध विश्वविद्यालय के संतकबीर सभागार में आयोजित प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे गाइडों के लिए भविष्य में अपार संभावनाएं हैं। अयोध्या में लगभग 2021 तक राष्ट्रीय स्तर की उड़ान प्रारंभ हो जाएगी और उसके बाद शीघ्र ही अंर्तराष्ट्रीय स्तर की उड़ान प्रारंभ होगी।
आवास विकास की ओर से नई अयोध्या बसाई जा रही है, जिसमें कई राज्यों के आवास जैसे-मध्य प्रदेश भवन, बिहार भवन आदि के अलावा कई संस्थाओं टैंपल व होटल व अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए रेलवे लाइन के डबलिंग का कार्य जारी है, रेलवे स्टेशन को भव्य बनाया जा रहा है।
नगर में 65 किलोमीटर की रिंग रोड बनने जा रही है और 84 कोसी (210 किलोमीटर) परिक्रमा मार्ग को हाईवे के रूप में विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम को कुलपति रविशंकर सिंह, नगर आयुक्त विशाल सिंह ने सम्बोधित किया तथा पर्यटन प्रशिक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए इसको रोजगार से जोड़ने वाला बताया।
कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि पर्यटको को अयोध्या के स्थलों व उनकी पौराणिक महत्व से अवगत कराने में गाइडों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। गाइडों का व्यवहार कार्यशैली व पहचान पर्यटकों पर एक छाप छोड़ेगी। उन्होंने बताया कि 100 गाइडों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है, जिसमें से 50 गाइडों के प्रथम बैच के प्रशिक्षण आज प्रारंभ किया गया है। इनको 15 दिनों का प्रशिक्षण प्रदान कर प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।