किसान आंदोलन : अराजकतत्वों की होगी ‘निगहबानी’, पुलिस और खुफिया तंत्र सक्रिय

मुरादाबाद, अमृत विचार। कृषि कानून को लेकर चल रहे किसानों के उग्र तेवरों ने पुलिस महकमे में भी खलबली मचा दी है। आए दिन किसानों की हुंकार अफसरों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है। दो आंदोलन के बाद भी किसानों के तेवरों पर नरमी न आने पर एडीजी ने सुरक्षा के …
मुरादाबाद, अमृत विचार। कृषि कानून को लेकर चल रहे किसानों के उग्र तेवरों ने पुलिस महकमे में भी खलबली मचा दी है। आए दिन किसानों की हुंकार अफसरों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है। दो आंदोलन के बाद भी किसानों के तेवरों पर नरमी न आने पर एडीजी ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।
लिहाजा समीक्षा बैठक के बाद बने प्लान के तहत किसानों के आंदोलन के दौरान खासतौर पर अराजक तत्वों की निगहबानी की जाएगी। इसके लिए थाना पुलिस के साथ ही खुफिया तंत्र को भी एक्टिव कर दिया गया है। किसानों के साथ ही उनके आंदोलन को समर्थन देने वाली विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इतना ही नहीं जिले ही सभी बाहरी सीमाओं पर चेकिंग होगी। खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर व उत्तराखंड से सटी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई गई है।
पिछले कुछ दिनों से किसानों के आंदोलन के कारण राजनीति में गर्माहट आ गई है। कृषि कानून के विरोध में किसानों के तमाम संगठन दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं, वहीं इसकी आंच पड़ोसी जिलों में भी पहुंचना शुरू हो गई है। सपा, कांग्रेस, आप और शिवसेना जैसे अनेक राजनीतिक संगठनों ने इस आंदोलन को समर्थन देकर चिंगारी को हवा दे दी है। लिहाजा केंद्र से लेकर प्रदेश स्तर की राजनीति में हलचल मची हुई है। वहीं इस हलचल ने सरकारी मशीनरी की मुश्किलें बढ़ा दी है।
अभी तक दो आंदोलन कर चुके हैं किसान
कृषि कानून को लेकर किसानों के मान-मनौव्वल के बीच दो आंदोलन हो चुके हैं। पहले किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया तो बाद में कलेक्ट्रेट परिसर के घेराव की घोषणा कर दी। राजनीतिक संगठनों ने भी दोनों आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लिहाजा पुलिस-प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। हालांकि दोनों आंदोलन शांतिपूर्वक निपटने के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।
जिले की सीमाओं पर बढ़ाई जाएगी चौकसी
किसानों के आंदोलन के मद्देनजर बुधवार को अपर पुलिस महानिदेशक बरेली अविनाश चंद्र ने मुरादाबाद का दौरा किया था। स्थानीय अफसरों संग बैठक कर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे। जिसके तहत अफसरों ने प्लान तैयार कर लिया है। जिले की बाहरी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के साथ ही अराजकतत्वों पर नजर रखी जाएगी। विभिन्न किसान संगठन व राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियों पर भी पुलिस की नजर रहेगी। इसको लेकर खुफिया तंत्र को भी अलर्ट कर दिया गया है।
सुरक्षा के लिहाजा से बाहरी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई गई हैं। बार्डर के सभी थानेदारों को नियमित चेकिंग के आदेश दिए गए हैं। खुफिया तंत्र को भी एक्टिव कर दिया गया है। -प्रभाकर चौधरी—-एसएसपी मुरादाबाद