अंडरग्राउंड स्टेशन को कूल रखेंगी एन्सलेरी बिल्डिंग, चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक अंडरग्राउंड स्टेशनों के साथ बने भवन का निर्माण पूरा
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कानपुर, अमृत विचार। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आइआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार का शुभारंभ जल्द होने की संभावना है। दूसरे फेज के सभी 5 अंडरग्राउंड स्टेशनों के निकट बनी ऊंची इमारत का कार्य पूरा हो गया है। यह इमारत अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन की एन्सलेरी बिल्डिंग यानी अनुषंगी या सहायक इमारत कही जाती हैं। यह भवन स्टेशनों के अंदर तापमान ठंडा बनाए रखने के साथ पानी का प्रबंधन, पावर बैकअप, सुचारू संचालन, सुरक्षा और स्वच्छता को सुनिश्चित करने में अपनी अहम भूमिका निभाएगी। चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक पांचों अंडरग्राउंड स्टेशनों के एन्सलेरी बिल्डिंग्स, तमाम उपकरणों और प्रणालियों के इंस्टॉल किए जाने के बाद अब यात्री सेवाओं के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि कानपुर मेट्रो स्टेशनों के एन्सलेरी बिल्डिंग में कई महत्वपूर्ण उपकरण और प्रणालियां जैसे, कूलिंग टावर, चिलर प्लांट, पम्प रूम और डीजी रूम स्थापित किए गए हैं। बिल्डिंग के सबसे निचले तल पर चिलर प्लांट और छत पर कूलिंग टावर को स्थापित किया गया है। ये चिलर प्लांट स्टेशन के अंदर की हवा से ऊष्मा को अवशोषित कर उसे कूलिंग टावर के माध्यम से बाहर निकालने का कार्य करते हैं।
इससे स्टेशन का तापमान ठंडा और आरामदेह बना रहता है। पहले तल पर बना पंप रूम पानी की सप्लाई, ड्रेनेज और अग्नि सुरक्षा प्रणालियों के प्रबंधन के लिए आवश्यक है। यहां से ही चिलर प्लांट और कूलिंग टावर के लिए भी पानी की आपूर्ति होती है। इसी तरह से दूसरे तल पर बना डीजी रूम अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन में निरंतर बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए बैकअप प्रदान करता है। ग्रिड फेल होने या बिजली जाने की स्थिति में अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के सभी महत्वपूर्ण प्रणालियों जैसे टनल वेंटिलेशन सिस्टम, ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम आदि को चलाए रखने के लिए यहां से बिजली मिलती है।
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