बाराबंकी: बच्चों को खुद की चुनने दें मंजिल, परीक्षा तनाव पर विशेष कार्यशाला का हुआ आयोजन

बाराबंकी, अमृत विचार। हिन्द मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग और राजकीय जिला पुस्तकालय की ओर से परीक्षा तनाव पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में करीब 700 शिक्षक और अभिभावक शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन उप जिलाधिकारी आनंद तिवारी और जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी ने किया। अभिभावक जेपी वर्मा ने परीक्षा के दौरान और बाद में होने वाले तनाव के प्रबंधन पर चर्चा की।
उन्होंने समय प्रबंधन की महत्ता पर भी जोर दिया। खंड शिक्षा अधिकारी रामनारायण ने प्राथमिक कक्षाओं से ही बच्चों पर पड़ने वाले अनावश्यक दबाव पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बच्चों को विकास के लिए पर्याप्त स्वतंत्रता और सुरक्षा दोनों की जरूरत है।
कार्यक्रम की नोडल डॉ. पूनम सिंह ने कहा कि प्रतिभा का आंकलन करते समय अभिभावकों और शिक्षकों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि प्रत्येक बच्चे की प्रतिभा, सोचने का तरीका, कार्य का तरीका और परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं। अतः शिक्षक सिर्फ शिक्षा देने की अपेक्षा अगर गुरु बनकर शिष्य के गुण को पहचानें, अभिभावक सामाजिक प्रतिष्ठा और महत्वाकांक्षा बच्चों पर न थोपें, तो निश्चित ही बच्चे हर क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं। उप जिलाधिकारी तिवारी ने कहा कि रुचि न होने पर ही तनाव पैदा होता है। जिला विद्यालय निरीक्षक त्रिपाठी ने माता-पिता और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को उनकी पसंद का करियर चुनने दें।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ माहौल में बच्चे तनाव मुक्त रहेंगे। अगर फिर भी तनाव दिखे, तो तुरंत मनोचिकित्सक की मदद लेनी चाहिए। कार्यशाला में जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, डायट प्रशिक्षक और विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन नेशनल इंटर कॉलेज फतेहपुर के प्रवक्ता आशीष पाठक ने किया और समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
ये भी पढ़ें- बाराबंकी: फार्महाउस में लूटपाट के आरोपी से पुलिस की मुठभेड़, कार, नकदी व तमंचा बरामद