प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर 1.22 लाख ने किए रामलला के दर्शन, दूसरे दिन भी उमड़ा रेला, अनुराधा पौडवाल ने भजनों से किया आनंदित
सुबह पांच बजे मंगला आरती के बाद गुनगुने पानी से रामलला का हुआ था अभिषेक, पहने गुलाबी रंग के वस्त्र
अयोध्या, अमृत विचार। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ की धूम पूरी दुनियां में रही। इस मौके पर 1.22 लाख श्रद्धालुओं ने राम मंदिर में दर्शन किया। तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरे दिन रविवार को भी सुबह से ही दर्शन को श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा।
कार्यक्रम की शुरुआत रामलला के श्रृंगार आरती के साथ हुई। सुबह पांच बजे मंगला आरती के बाद गुनगुने पानी से स्नान अभिषेक कराया गया और फिर तिथि के अनुसार गुलाबी रंग का वस्त्र पहनाया गया। स्वर्ण मुकुट धारण कराया गया। सुबह 6:30 बजे श्रृंगार आरती के साथ दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर रहे थे, जिसके बाद राम जन्मभूमि परिसर स्थित अनुष्ठान यज्ञशाला में पौष शुक्ल त्रयोदशी तिथि पर श्रीराम बीज मंत्रों का अनुष्ठान और छह लाख जाप 21 वैदिक आचार्य के द्वारा संपन्न किया गया।
इसी के साथ ही 11 वैदिक शुक्ल यजुर्वेद मध्यान्दिनी शाखा के 40 अध्याय से संबंधित 1975 मंत्र से अग्नि में आहुति डाली गई। इस दौरान अनुष्ठान में मुख्य यजमान के रूप में ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश शंकर आफले और टाटा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनोद शुक्ला सपत्नी शामिल हुए। इसके अतिरिक्त नित्य हनुमान चालीसा, श्री राम स्त्रोत, पुरुष सूक्त, आदित्य हृदय सूक्त, विष्णु सहस्त्रनाम का भी परायण किया गया।
दूसरे दिन भी विराजमान रामलला को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से आनंदित करने के लिए राग सेवा कार्यक्रम हुआ, जिसमें देश के विभिन्न नामी कलाकार शामिल रहे। सबसे पहले गायिका डॉ. शैलेश श्रीवास्तव ने बधवा, सोहर, सुहाग, गारी गायन से शुरुआत की। इसके बाद कलापिनी कोमलनी ने श्रीराम भजन, निर्गुण और शास्त्रीय गायन से लोगों का मन मोह लिया। अंत में राकेश चौरसिया ने बांसुरी की मधुर राग सुनाकर लोग आनंदित हुए।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक श्री राम राग सेवा का यह भक्तिमय आयोजन श्रीराम की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महिमा का उत्सव मनाने के लिए समर्पित किया गया है। कलाकारों के द्वारा रामलला की महिमा में भजनों, रागों और कीर्तन की भावपूर्ण प्रस्तुति दी गई, जिससे वातावरण दिव्य आनंद और भक्ति से भर गया।
योगी ही उद्धार करेंगे: विद्या भास्कर
राम मंदिर परिसर स्थित अंगद टीला पर दूसरे दिन का कार्यक्रम प्रवचन सत्र के साथ प्रारंभ हुआ। सबसे पहले रामानुजाचार्य विद्या भास्कर स्वामी वासुदेवाचार्य ने श्रोताओं को रामकथा का रसपान कराते हुए कहा कि प्रोटेक्शन अनुभव हो रहा है क्योंकि हम लोग इस दरबार में बैठे हैं, जिस परिवार में हमारे राघवेंद्र सरकार बैठे हैं और उन्हीं की कृपा से सरकारें बन जाती हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां विकास करते हुए सौंदर्यीकरण कर रहे हैं। विकास कर रहे हैं। प्रमुख स्थलों को कब्जे में कर रखे हैं। आशा है कि योगी ही उद्धार करेंगे। उन तीर्थ का भी उद्धार करना है भले ही 15 साल लग जाएं। इसके बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य उडुप्पी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य, रमेश भाई ओझा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। रामदिनेशाचार्य ने कहा कि राम के आचरण अगर धारण किए जाएं तो भारत में वृद्धाश्रम बंद ही हो जाएं।
रामलला की ही कृपा है: अनुराधा पौडवाल
देर शाम मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल और कविता पौडवाल ने भजनों से पूरी अयोध्या को राममय कर दिया। इस दौरान उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। अयोध्या पहुंचने पर अनुराधा पौडवाल ने बताया कि रामलला की ही कृपा रही कि एक वर्ष पूरा होने पर पूरी दुनिया से लोग आए हैं।
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