लखीमपुर खीरी: ध्वस्तीकरण का विरोध कर रही महिला हुई बेहोश, तोडफोड़ का काम रुका
लोगों में गुस्सा, कहा- अचानक फरमान सुनाकर अगले दिन कर रहे ध्वस्त
गोला गोकर्णनाथ, अमृत विचार। शिव मंदिर कॉरिडोर निर्माण के लिए रविवार को देर शाम शुरू हुई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई उस समय बंद करनी पड़ी, जब अपनी दुकान और मकान ढहाने का विरोध कर रही 55 वर्शीय नीलम सिंह बेहोश हो गई। इससे अफरा तफरी मच गई और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बीच में रोकककर मलबा उठाया जाने लगा। महिला को आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया।
रविवार देर शाम एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता और पुलिस अधिकारियों के मौजूदगी में गोकर्ण तीर्थ के सामने डल्लूराम धर्मशाला के निकट बनी जिला पंचायत की दुकानों का ध्वस्तीकरण शुरू किया गया, लेकिन दुकान स्वामी नीलम सिंह ने यह कहकर विरोध शुरू कर दिया कि दशकों से उनका परिवार रह रहा है। इस घर में वह और उनकी बेटी रहती हैं और उनकी रोजी रोटी का जरिया यही एक छोटी सी दुकान है। उनके पास रहने का स्थान न होने के कारण अपना सामान भी नहीं हटा पाई हैं। यह कहकर वह बैठ गईं और कहा कि हमें भी इसी में दबा दो। चीखने चिल्लाने के कारण वह बेहोश हो गईं। आनन फानन उन्हें अलीगंज रोड स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण बेहोश होना बताया। उधर, महिला को अचेत होते देख ध्वस्तीकरण की कार्रवाई फिलहाल रोक दी गई। एसडीएम गोला विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि महिला के बेहोश होने की जानकारी नहीं है। जिला पंचायत की दुकानों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अभी बाकी है, जो जारी रहेगी।
सभासद बोले- दुर्भाग्य है लोग बेघर और बेरोजगार हो रहे
वार्ड सभासद राजेश अवस्थी का कहना है कि एसडीएम ने पहले जिला पंचायत की दुकानों की एक हद तक ध्वस्तीकरण की बात कही थी, लेकिन तीन दिन पहले इन दुकानों पर भी लाल निशान लगवा दिए और अवकाश के दिनों में तोड़फोड़ करा दी। यह मेरा दुर्भाग्य है कि जब मैं सभासद बना, तब हमारे मोहल्ले के लोग बेघर और बेरोजगार हो रहे हैं।
जिला पंचायत की सात में छह दुकानें ध्वस्त शीघ्र ढहाई जाएगी थारू धर्मशाला
छोटी काशी कॉरिडोर सौंदर्यीकरण के लिए ध्वस्तीकरण अभियान में प्रशासन ने रविवार देर शाम को पोकलैंड मशीन से गोकर्ण तीर्थ के सामने बनी जिला पंचायत की सात दुकानों में से छह का ध्वस्तीकरण कराया गया। पौराणिक शिव मंदिर के उत्तर में बनी थारू धर्मशाला को भी खाली करा लिया गया है। शीघ्र ही उसे भी ढहाया जाएगा। इनमें बिंदू शाह, राजेंद्र अग्रवाल, कृपाशंकर,बबली सिंह, रामस्वरूप सहित छह दुकानें पोकलैंड मशीन से ढहा दी गईं। पौराणिक शिव मंदिर के उत्तर वर्ष 1946 में बनीं थारू धर्मशाला को प्रशासन ने रह रहे लोगों को सूचित कर खाली करा लिया है, जिसका शीघ्र ही ध्वस्तीकरण कराया जाएगा।
अब तक सात धर्मशाला हो चुकीं ध्वस्त
शिव मंदिर कॉरिडोर सौंदर्यीकरण की जद में आने पर अब तक सात धर्मशालाओं अंगद, बरेली, महादेवा, गोस्वामी, रामपुर, मालपुर, पं. हंसराम मूलचंद, जिला पंचायत, नगर पालिका की 26 दुकानें, एक सुलभ शौचायल, पौराणिक शिव मंदिर के निकट बने सत्संग स्थल भवन, शौचालय का ध्वस्तीकरण कराया जा चुका है।