बहराइच: करोड़ों की लागत से बना अग्निशमन केंद्र साबित हुआ शो पीस
कर्मचारियों के अभाव में नहीं संचालित हो रहा अग्निशमन केंद्र
अनूप मिश्रा/बहराइच। जिले के विशेश्वरगंज विकास खंड में करोड़ों की लागत से अग्निशमन केंद्र बनकर तैयार हो गया है। लेकिन एक भी कर्मचारी केंद्र में तैनात नहीं हैं। जिसके चलते अग्निशमन केंद्र का संचालन जिला मुख्यालय से हो रहा है। करोड़ों की लागत से बना अग्निशमन केंद्र मात्र शो पीस बनकर रह गया है।
ग्राम पंचायतों में लगने वाली आग पर त्वरित काबू पाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से तहसील मुख्यालयों पर अग्निशमन केंद्र का निर्माण कराया गया है। जिस पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं। इसका उद्घाटन भी कर दिया गया है। लेकिन अब यह अग्निशमन केंद्र कर्मचारियों की कमी से मात्र शो पीस बनकर रह गए हैं। कुछ यही हाल जिले के विशेश्वरगंज विकास खंड के ग्राम पंचायत शेखपुर का है। पयागपुर तहसील के लिए बने अग्निशमन केंद्र पर 885.54 लाख रुपये खर्च हो गए।
छह माह पूर्व मुख्यमंत्री ने लखनऊ से इस अग्निशमन केंद्र का उद्घाटन भी कर दिया। लेकिन कर्मचारियों के अभाव में केंद्र में ताला लगा हुआ है। जब पयागपुर तहसील क्षेत्र में आग लगती है तो जिला मुख्यालय से कर्मचारी जाते हैं। केंद्र का संचालन जिला मुख्यालय से किया जा रहा है। इससे आग लगने पर लोगों को काफी नुकसान होता है। मालूम हो कि केंद्र का संचालन हो जाए तो तीन लाख की आबादी को इसका लाभ मिलेगा। आग लगने पर कुछ ही मिनट दमकल कर्मी मौके पर पहुंच जाएंगे।
अग्निशमन केंद्र की स्थिति एक नजर में
अग्निशमन केंद्र 885.54 लाख रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम के निर्माण इकाई गोंडा की ओर से कराया गया है। भवन प्रशासनिक के साथ आवासीय भवन श्रेणी के तहत हुआ है। जिसमें दो भवन प्रशासनिक और 24 कमरे कर्मचारियों के लिए है।
शासन को लिखा गया है पत्र
जिले के कुछ अग्निशमन केंद्र में कर्मचारियों की कमी है। विशेश्वरगंज में बने पयागपुर तहसील के केंद्र में कोई कर्मचारी नहीं है। कर्मचारियों की कमी के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही कर्मचारियों के मिलने की उम्मीद है-विशाल रामानुज गौड़, अग्निशमन अधिकारी