लखनऊ: पंचायतों की कमान खुद संभालेंगे महिला प्रतिनिधि
लखनऊ, अमृत विचार। पंचायती राज संस्थाएं यानी ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत में निर्वाचित महिला प्रतिनिधि खुद सरकारी कामकाज के लिए आगे आएंगी। गुरुवार को प्रॉक्सी उपस्थिति रोकने के उद्देश्य से होटल रेग्नंत निराला नगर में एडवाइजरी कमेटी द्वारा महिला प्रतिनिधियों को जागरूक किया गया।
दो दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार एवं संगोष्ठी का उद्घाटन राज्य महिला आयोग अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान ने सचिव पंचायती राज बी. चन्द्रकला के साथ किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायतों की 40 महिला प्रतिनिधि शामिल हुईं। साथ ही झारखंड, राजस्थान व हिमाचल प्रदेश की निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधि रहीं।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को प्रॉक्सी प्रथाओं यानी प्रधान पति को बैठक व कामकाज में भेजने की प्रथा को समाप्त करने पर जागरूक किया गया और खुद हिचक दूर करके उपस्थित होने के साथ कार्य व अधिकार बताए गए। आयोजन संयुक्त निदेशक/नोडल अभय कुमार शाही द्वारा किया गया। कार्यक्रम में निदेशक पंचायती राज मंत्रालय रामित मौर्या, निदेशक पंचायती राज अटल कुमार राय, असोसिएट प्रोफेसर हैदराबाद विश्वविद्यालय डाॅ. एनवी माधुरी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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