अभियान के दौरान नहीं कराया सत्यापन, अब काट रहे आरटीओ के चक्कर
-अधिकांश ई-रिक्शा व ऑटोचालकों ने नहीं कराया सत्यापन
हल्द्वानी, अमृत विचार। परिवहन विभाग ने पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर ऑटो चालकों व ई-रिक्शा चालकों के सत्यापन के लिए एक माह से अधिक अभियान चलाया। विभाग की ओर से लगातार ई-रिक्शा व ऑटोरिक्शा यूनियनों के माध्यम से सभी पंजीकृत वाहनों के चालकों से सत्यापन कराने को कहा लेकिन इसके बावजूद अधिकांश वाहन चालक सत्यापन कराने नहीं पहुंचे। अब यही ई-रिक्शा व ऑटो चालक अपने वाहन का परमिट निरस्त कराने के लिए आरटीओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। साथ ही कई वाहनों को बिना सत्यापन के चलाने पर सीज किया जा रहा है।
परिवहन विभाग ने पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर नवंबर में ऑटोरिक्शा चालकों व ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन अभियान चलाया, जिसमें वाहन चालकों के दस्तावेजों को जांचकर उन्हें आईडी कार्ड दिया गया और वाहन में चालक के साथ ही वाहन के फिटनेस, परमिट आदि की जानकारी लिखी गई। विभाग ने सभी पंजीकृत ऑटोरिक्शा व ई-रिक्शा चालकों को सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे लेकिन पूरे सत्यापन अभियान के दौरान लगभग 50 प्रतिशत ऑटो रिक्शा चालकों ने ही अपना सत्यापन कराया। इसी तरह कुल पंजीकृत ई-रिक्शा चालकों में 25 प्रतिशत से भी कम चालकों ने अपना सत्यापन कराया है। इधर, आरटीओ प्रवर्तन गुरुदेव सिंह ने बताया कि बिना सत्यापन के वाहन चलाने वाले ऑटोरिक्शा व ई-रिक्शा चालकों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कार्रवाई के बाद वाहन चालक अपने अधूरे दस्तावेजों को ठीक करा रहे हैं। ऐसे चालकों को आरटीओ कार्यालय में बुलाकर सत्यापन किया जाएगा।
4098 ई-रिक्शा में केवल 836 का ही हुआ सत्यापन
संभागीय परिवहन कार्यालय हल्द्वानी में वर्तमान में 4098 ई-रिक्शा और 3305 ऑटोरिक्शा पंजीकृत हैं। इसमें 1 दिसंबर तक चले अभियान के तहत कुल 1887 ऑटोरिक्शा चालकों का सत्यापन किया गया है जबकि 4098 ऑटोरिक्शा में केवल 836 चालकों ने ही अपना सत्यापन कराया।
अधिकांश वाहनों के परमिट समाप्त, टैक्स भी नहीं किया जमा
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार अधिकांश ई-रिक्शा व ऑटोरिक्शा चालकों का परमिट समाप्त हो गया है। साथ ही उन्होंने लंबे समय से अपना टैक्स जमा नहीं किया है। जबकि कुछ चालकों ने अन्य कारणों से अपने वाहनों को चलाना ही बंद कर दिया है।