हिंदी जन अभियान के अध्यक्ष दीपक मिश्र बोले-देश में ही नहीं मिल रहा भारतीय भाषाओं को सम्मान 

 हिंदी जन अभियान के अध्यक्ष दीपक मिश्र बोले-देश में ही नहीं मिल रहा भारतीय भाषाओं को सम्मान 

लखनऊ, अमृत विचार। समाजवादी चिंतक और हिंदी जन अभियान के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने तेलंगाना के परिवहन मंत्री पूनम प्रभाकर से मिल कर गाड़ियों के नंबर प्लेट हिंदी और तेलुगु में भी कराने का आग्रह किया। दीपक ने बताया कि पूनम प्रभाकर से सकारात्मक संकेत मिले हैं।

दीपक मिश्र ने कहा कि गाड़ियों के नंबर भारतीय भाषाओं में होना चाहिए । दुनिया में भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जहां भारतीय भाषाओं हिंदी, तेलुगु, बंगला, तमिल, मलयालम आदि में गाड़ियों के नंबर प्लेट नहीं मिलते। नंबर प्लेट भारतीय भाषाओं में होने से भारतीय भाषाओं और परोक्ष रूप से भारतीय संस्कृति को गुणात्मक ताकत मिलेगी ।

सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा स्थापित लोकसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली सांविधानिक व संसदीय अध्ययन संस्थान के सदस्य दीपक ने कहा कि भारतीय भाषाओं को सशक्त करना हमारा लोक कर्तव्य और अनुच्छेद 343 के तहत सरकार का दायित्व है ।

दीपक ने बताया कि पड़ोसी देश नेपाल से हमें सीखना चाहिए, वहां सभी गाड़ियों के नंबर देवनागरी लिपि और नेपाली में मिलते है जबकि नेपाली बोलने वालों की संख्या हिंदी व तेलुगु से भी कम है । महात्मा गांधी, राममनोहर लोहिया जैसे राष्ट्र नायक भारतीय भाषाओं के प्रबल पैरोकार थे । आज भी हमारे देश में सांस्कृतिक उपनिवेशवाद विद्यमान है, यही कारण है कि भारतीय भाषाओं को वह सम्मान प्राप्त नहीं है जो होना चाहिए । सभी भारतीय भाषाएं सहोदरी हैं और सभी का हित एक दूसरे से जुड़ा हुआ है । इसके अलावा दीपक ने सलारजंग म्यूजियम के संग्रहालयाध्यक्ष घनश्याम कुसुम से मिलकर स्वतंत्रता संग्राम के नायक राममनोहर लोहिया की तस्वीर राष्ट्रनायकों की वीथिका में लगाने का आग्रह किया जिसे संग्रहालय प्रशासन ने सहर्ष मान लिया । लोहिया ने आजादी की लड़ाई के दौरान और उसके बाद भी हैदराबाद को अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाया था।

यह भी पढ़ें: 'महाकुंभ एकता का महायज्ञ है', प्रयागराज में बोले प्रधानमंत्री मोदी