मुरादाबाद : एक थैला-एक थाली अभियान से स्वच्छ रहेगा महाकुंभ मेला परिसर
महानगर से अभी तक एक हजार थाली और एक हजार थैले एकत्रित किए गए
मुरादाबाद, अमृत विचार। एक थैला-एक थाली अभियान से महाकुंभ मेला परिसर स्वच्छ रहेगा। इसको लेकर मंडल के लोग भी एक थैला-एक थाली अभियान में सहयोग कर रहे हैं। अभी तक महानगर से करीब एक हजार थाली और थैले एकत्र किए गए हैं। जो महाकुंभ मेले के लिए जाएंगी। कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालु इनका उपयोग कर सकेंगे। इस अभियान का उद्देश्य महाकुंभ को कचरा और पाॅलिथिन मुक्त बनाना है।
मेरठ प्रांत की कचरा प्रबंधन की संयोजक प्रमुख डॉ.अनामिका त्रिपाठी ने बताया कि प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ आयोजित किया जाएगा, जो 26 फरवरी तक चलेगा। महाकुंभ में करीब 40 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। जिससे इन 45 दिनों में 40 हजार से अधिक टन कचरा उत्पन्न होने की संभावना है। इसमें सबसे बड़ी मात्रा में पॉलीथिन और डिस्पोजेबल सामग्री शामिल होगी। इस कचरे से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा, बल्कि पवित्र त्रिवेणी संगम भी प्रदूषित होगी।
इसी को देखते हुए सरकार ने एक थैला-एक थाली का आह्वान किया है। जो लोग अपने घरों में रहकर थाली और थैले को पैक कर कुंभ में मेले के लिए सहयोग करेंगे। जिसमें आने वाले श्रद्धालु भोजन कर सकेंगे। इसकी कीमत 120 रुपये होगी। उन्होंने कहा कि पहले लोग मेले में प्लास्टिक और डिस्पोजल सामग्री का उपयोग करते थे। जिससे घाटों पर गंदगी पसर जाती थी और गंगा भी प्रदूषित होती थी। इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बताया कि गैलेक्सी अपार्टमेंट से 100 लोगों ने अपना सहयोग किया। इससे लोगों में धार्मिक भावना भी जागेगी और लोग भी अपनी संस्कृति से जुड़ सकेंगे।
मंडल की महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
सरकार के आह्वान के बाद महाकुंभ को लेकर मंडल से एक थैला- एक थाली बनाकर भेजी जाएंगी। इसका उपयोग श्रद्धालुओं के भोजन के लिए किया जाएगा। इससे समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। क्योंकि जो लोग अपने घरों पर नहीं बना पा रहे हैं। वह लोग थैला बनाने के लिए संस्थाओं को आर्डर दे रहे हैं। जिससे महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है।
अभियान में यह लोग शामिल
महाकुंभ मेले को लेकर सरकार द्वारा एक थैला-एक थाली अभियान शुरू किया है। जिसमें यूपी के नोडल अधिकारी द्वारा पांच लोगों की टीम बनाई गई। यह टीम मंडल के लोगों को जागरूक करेगी। साथ ही पर्यावरण संरक्षित करने में भी पूर्ण सहयोग करेंगे। जिससे मेले को स्वच्छ बनाया जा सके। इसमें बनारस से डॉ. शिवेश्वर राय, कानपुर से डॉ. अनिका निगम, चित्रकूट से डॉ. उमेश, मेरठ से डॉ. नीलू जैन और मुरादाबाद से डॉ. अनामिका त्रिपाठी का चयन किया गया है। यह लोग प्रयागराज मेले में भी आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक भी करेंगे।
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