पीलीभीत: खूब हुई चाकरी और बाबूगिरी..अब तैनाती वाले गांव में संभालिए काम, कोर्ट के दखल के बाद हुए आदेश

पीलीभीत, अमृत विचार: लंबे समय से अधिकारियों के दफ्तरों में चाकरी कर रहे पंद्रह सफाई कर्मचारियों को अब अपने मूल पद पर गांव जाकर काम करना होगा। उनकी संबद्धता समाप्त कर दी गई है। अब उन्हें राजस्व ग्राम में अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन करने के आदेश दिए गए हैं। ये भी स्पष्ट निर्देशित किया है कि माह नवंबर का वेतन भी तभी मिलेगा जब आदेश का पालन किया जाएगा। इस आदेश के बाद विभाग में खलबली मची रही।
बता दें कि ग्राम पंचायतों से अक्सर सफाई व्यवस्था दुरुस्त होने की तस्वीरें सामने आती है। इस दौरान ये भी आरोप लगते हैं कि सफाई कर्मचारी गांव पहुंचते ही नहीं। वह तो अधिकारियों के दफ्तर और आवास पर चाकरी कर रहे हैं। हालांकि ये सिलसिला लंबे समय से चलता आ रहा है। बीते सालों में कुछ अधिकारियों ने सख्ती करनी भी चाही तो उन्हें अपने उच्चाधिकारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। बीते सालों में तत्कालीन डीपीआरओ सुबोध जोशी ने आदेश किए तो वरिष्ठ अधिकारी ही खफा हो गए थे। हालांकि आदेश बदले नहीं । फिलहाल अब इसी तरह से अफसरों के दफ्तरों में संबद्ध चल रहे पंद्रह सफाई कर्मचारियों को मूल गांव में पदीय दायित्वों का निर्वहन करने के आदेश जिला पंचायत राज अधिकारी की ओर से कर दिए गए हैं।
कोई एडीएम दफ्तर तो कोई एनआईसी से था अटैच
इस आदेश में शामिल पंद्रह सफाई कर्मचारियों की बात करें तो दो एडीएम कार्यालय, एसडीएम बीसलपुर, एसडीएम कलीनगर, एसडीएम सदर, एसडीएम पूरनपुर, दो एडीएम न्यायिक, तहसीलदार सदर, नाजिर सदर कलेक्ट्रेट में दो, नगर मजिस्ट्रेट, एनआईसी में दो कर्मचारी संबद्ध थे। जिनकी संबद्धता समाप्त की गई है। अब उन्हें अपने तैनाती के राजस्व गांवों में जाकर काम करना होगा।
पंद्रह सफाई कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त की गई है। ये आदेशित किया गया है कि बिना कार्यमुक्ति की प्रतीक्षा किए वह अपने तैनाती के राजस्व ग्राम में योगदान कर अपने पदीय दायित्वों का सम्यक रुप से पालन करें। संबंधित सफाई कर्मचारियों का माह नवंबर का वेतन तैनाती राजस्व ग्रामरों से वेतन मांग पत्र प्राप्त होने पर ही आहरित किया जाएगा- सतीश कुमार , डीपीआरओ।
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